मरीनों के मामले में इटली के खुफिया का हाथ: वाममोर्चा

मरीनों के मामले में इटली के खुफिया का हाथ: वाममोर्चा

तिरुवनंतपुरम : केरल के समुद्र तट के पास दो मछुआरों की हत्या के आरोपी दो इतालवी मरीनों को मुकदमे का सामना करने के लिए भारत नहीं भेजने के इटली के फैसले के मुद्दे पर आज राज्य विधानसभा में खूब हंगामा हुआ। माकपा की अगुवाई वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने मौजूदा हालात के लिए केंद्र और राज्य सरकार को जिम्मेदार करार देते हुए सदन से वॉकआउट किया।

इस मुद्दे पर कार्य-स्थगन प्रस्ताव लाने संबंधी नोटिस पर अपने संबोधन में नेता प्रतिपक्ष वी एस अच्युतानंदन ने ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दखल’’ का आरोप लगाया और कहा कि ‘‘इटली के खुफिया हाथों’’ ने मरीनों के पक्ष में काम किया। वाम मोर्चे के इस आरोप को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने इस मामले में सोनिया गांधी का नाम घसीटे जाने को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया। चांडी ने कहा कि मरीन मामले पर केरल सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को सोनिया ने अपना पूरा समर्थन और सहयोग दिया है।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि केंद्र एवं राज्य दोनों ही इस मामले में पूरी कोशिश करेंगे कि फरवरी 2012 में दो भारतीय मछुआरों की हत्या के जिम्मेदार इतालवी जहाज ‘एनरिका लेक्सी’ के दोनों मरीन- मेसिमिलिएनो लैटोर और सैल्वाटोर जाइरोन भारत लाए जाएं और उन पर मुकदमा चले । चांडी ने इतालवी राजदूत पर आरोप लगाया कि ‘‘राजनयिक छूट’’ की आड़ में वह मरीनों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं ।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राजनयिक छूट किसी देश को धोखा देने या किसी देश और इसकी न्याय प्रणाली का अनादर करने के लिए मिला अधिकार नहीं है ।’’ उन्होंने कहा कि मरीनों का मामला ऐसा नहीं है जिसे राजनयिक तरीके से सुलझाया जा सके, ‘‘हत्या के आरोप में उन्हें भारत की अदालत में मुकदमे का सामना करना ही पड़ेगा ।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों ने ही उच्चतम न्यायालय में मरीनों की जमानत का विरोध किया था।

उच्चतम न्यायालय के निर्देश के मुताबिक मरीनों पर मुकदमा चलाने के लिए विशेष अदालत के गठन संबंधी विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए चांडी ने कहा कि विशेष अदालत के गठन की प्रक्रिया आखिरी चरण में थी। चांडी ने कहा कि संसद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का यह बयान इस मामले में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि इटली को मुकदमे का सामना करने के लिए मरीनों को वापस भेजना चाहिए वरना उसे नतीजे भुगतने पड़ेंगे। (एजेंसी)

First Published: Monday, March 18, 2013, 18:53

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