Last Updated: Wednesday, January 16, 2013, 10:40
ज़ी न्यूज ब्यूरो
संगम (इलहाबाद) : महाकुंभ में सैकड़ो दंडी साधुओ ने मंगलवार से अनशन शुरू कर दिया है। त्रिवेणी की रेती पर लगे आस्था के इस महाकुंभ में अनशन कर रहे इन दंड धारी साधुओं के गुस्से की वजह है महज दो वक्त गंगा स्नान के लिए उन्हें प्रशासन की तरफ से बुनियादी सुविधाएं देने में किया जाने वाला भेदभाव।
साधु-संतो ने प्रशासन को आगाह किया है की अगर 24 घंटे के अंदर उनकी मांगों पर ध्यान न दिया गया तो वह आक्रामक कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। गौरतलब है की हर साल संगम के रेती पर दंडी स्वामी एक महीने का कल्पवास करने के लिए आते हैं।
महाकुंभ में गंगा जल की एक डुबकी लगाने के लिए लाखों श्रद्धालु बरबस ही दौड़े चले आते हैं। देश के कोने-कोने से संगम की रेती पर आए ये सैकड़ों दंडी स्वामी भी यही भावना मन में लेकर आए थे कि आस्था के महाकुंभ में वह भी मां गंगा में दो वक्त की डुबकी लगाकर कुम्भ का पुण्य फल प्राप्त कर सकेंगे, लेकिन वह भी उन्हें यहा आने पर मयस्सर नहीं हो रहा है। लिहाजा गंगा जल की चाह में वह महाकुंभ क्षेत्र में ही अनशन में बैठ गए हैं।
दंडी साधुओं की मांग है की उन्हें गंगा में डुबकी लगाने के लिए पांच किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है। दिन में दो बार मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर अपने संकल्प और साधना को पूर्ण करने की आस को लेकर आए इन इन साधुओं की एक ही मांग है उनके दंडी बाड़े के पास एक पीपे का पुल बनवा दिया जाय ताकि उनका दोनों वक्त का स्नान बाधित न हो। दंडी स्वामियों ने प्रशासन को आगाह किया है अगर 24 घंटे के अंदर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वह आक्रमाक रवैया अपनाने के लिए विवश हो जाएंगे।
First Published: Wednesday, January 16, 2013, 10:40