Last Updated: Tuesday, November 15, 2011, 10:59
पटना : पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम आजाद ने विधानमंडल में जनप्रतिनिधियों के बाद खाजपुरा जाकर वहां महादलित समुदाय के बच्चों के लिए पाठशाला लगाई और उन्हें सफलता के गुर सिखाए।
शोषित सेवा संघ द्वारा संचालित 245 बच्चों के एक आवासीय अंग्रेजी स्कूल में कलाम ने बच्चों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाया और विजयी रहने की शपथ दिलाई। लेफ्टिनेंट जनरल (अवकाशप्राप्त) एसके सिन्हा द्वारा खाजपुरा में स्थापित इस आवासीय विद्यालय में पूर्व राष्ट्रपति ने बच्चों को ‘आई विल विन’ की शपथ दिलाई। कलाम ने कहा कि जब भगवान उनके साथ हैं तो कोई उनका बाल बांका नहीं कर सकता।
करीब दो एकड़ में फैले इस आवासीय विद्यालय में 90 फीसदी बच्चे महादलित समुदाय के हैं। कलाम ने विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों के करियर की पसंद भी जानी। पूर्व राष्ट्रपति ने पूछा, कौन इंजीनियर-डॉक्टर बनना चाहता और कौन राजनीति में आना चाहता है? कलाम ने बच्चों से कहा कि वे अपार क्षमता के साथ इस दुनिया में जन्मे हैं। इस पर डॉक्टर और इंजीनियर के पक्ष में सभी बच्चों ने अपने हाथ उठाए, लेकिन राजनीति में आने में यहां किसी भी बच्चे ने अपने रुचि नहीं दिखाई।
उन्होंने विद्यालय के लिए 100 पुस्तकें भी दान में दी और उपस्थित लोगों से कहा कि वे शोषित समाज को क्या दे सकते हैं उन्हें गंभीरता से इस पर सोचना चाहिए। बच्चों को सफलता के चार मंत्र देते हुए कलाम ने कहा, ‘आपको बड़े सपने देखना चाहिए, ज्ञान हासिल करना चाहिए, कड़ी मेहनत और समस्याओं से लड़ने का जज्बा रखना चाहिए। बच्चों को पढ़ाई में रचनात्मकता का ध्यान रखना चाहिए।’
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 15, 2011, 16:29