Last Updated: Monday, November 14, 2011, 09:22
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी फूलपुर (उत्तर प्रदेश) : उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के इस बयान पर कि वह अपनी नाराजगी केंद्र पर दिखाएं, करारा प्रहार करते हुए राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि राज्य में गरीबों के घर जाकर कोई भी नाराज होगा।
राज्य में आगामी चुनाव के मद्देनजर चुनावी बिगुल फूंकते हुए फूलपुर में कांग्रेस की रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि आप (प्रदेश के लोग) कब तक महाराष्ट्र और पंजाब के समक्ष हाथ फैलाएंगे (काम के लिए) और आप कब तक मजदूर के रूप में काम करेंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आप गरीब के घर जाएंगे तो आपको नाराजगी महसूस होगी। यह नाराजगी कभी मुलायम सिंह यादव और मायावती ने महसूस की थी, जो अब मर गई है क्योंकि वे लोगों से कट गए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब जैसे राज्यों में उत्तर प्रदेश के लोगों की उनकी मेहनत के कारण काफी मांग है। लेकिन विडंबना है कि उनका अपना राज्य गरीबी का सामना कर रहा है।
राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग जहां भी रोजगार की तलाश में जाते हैं, उनकी कठिन परिश्रम के लिए सराहना की जाती है। पंजाब के किसान कहते हैं, वे उनकी मदद के बिना खेती नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आप कब तक महाराष्ट्र के समक्ष हाथ फैलाएंगे (काम के लिए)। पंजाब में आप कब तक मजदूर के रूप में काम करेंगे। इस स्थिति में बदलाव के लिए केवल पांच वर्ष लगेंगे। जब तक आप अपनी सोच को नहीं बदलेंगे, तब तक बदलाव नहीं आने वाला है। कांग्रेस महासचिव ने दोपहर भोजन कार्यक्रम और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप लगाया।
राहुल, मायावती के शनिवार के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें मुख्यमंत्री ने पूछा था कि ‘कांग्रेस के युवराज’ तब क्यों नाराज नहीं होते जब उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को कांग्रेस शासित राज्यों में परेशान किया जाता है और हरियाणा के मिर्चपुर में दलितों को उजाड़ा जाता है। गरीबों के घर जाने के लिए मायावती की ओर से उन्हें बार बार निशाना बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि आप ऐसा तभी करेंगे जब आपको उनकी दुर्दशा का आभास हो।
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की सीट फूलपुर से कांग्रेस का सांकेतिक चुनावी शंखनाद करने के साथ राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार पर जोरदार हमला करते हुए इसे ‘भ्रष्ट और असंवेदनशील’ करार दिया। राहुल ने मायावती सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार भ्रष्ट और गरीबों के प्रति असंवेदनशील है तथा उसने केंद्र से भेज गए धन की हेराफेरी की है और यह धन सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं और ठेकेदारो की जेब में गया है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश पिछड़ता जा रहा है। इस सीट से नेहरू सांसद रहे हैं लेकिन इन दिनों यहां से माफिया और अपराधी सांसद हैं। पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह के समय में पुलिस थाना एक तरह से गुंडों के हाथों में था और एफआईआर दर्ज कराने जाने वाले लोगों के खिलाफ उल्टा मामला दर्ज करा दिया जाता था। वर्तमान शासन में भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं करा सकता।
सांकेतिक पहल के तहत राहुल ने पार्टी के चुनाव अभियान की फूलपुर से शुरुआत की जो उनके नाना जवाहरलाल नेहरू की लोकसभा सीट रही है। राहुल ने कहा कि इस राज्य में कोई प्रगति नहीं हुई है। मैं सात वर्षों से राजनीति में हूं। इन वर्षों में मैंने उत्तर प्रदेश के लोगों से काफी कुछ सीखा है। मायावती सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि कुछ वर्ष पहले राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र की यात्रा के दौरान उन्होंने सूखा और गरीबी देखी थी। राहुल ने कहा कि दिल्ली में सरकार ने मनरेगा योजना बनाई, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को काम मिलने की बात कही गई है। लेकिन बुंदेलखंड में ऐसा कुछ नहीं है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि केंद्र की ओर से बुंदेलखंड में भेजे गए करोड़ों रुपये बर्बाद हो गए। बसपा कार्यकर्ता, ठेकेदार इससे लाभन्वित हुए जबकि गरीबों को छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मायावती ने बुंदेलखंड का कभी दौरा नहीं किया और केंद्र की ओर से क्षेत्र के लिए भेजे गए आर्थिक पैकेज का लोगों के लिए उपयोग नहीं किया गया। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इस इलाके के लिए उन्होंने 7,000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मंजूर करवाया, लेकिन धन गरीबों तक नहीं पहुंचा। भट्टा पारसौल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आंदोलन कर रहे किसानों पर पुलिस ने गोलीबारी की। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जमीन पर कब्जा किया और आंदोलन कर रही महिलाओं के साथ मारपीट की गई।
राहुल ने कहा कि उत्तरप्रदेश में चारों ओर भ्रष्टाचार है। अगर आप प्राथमिकी दर्ज कराना चाहते हैं, तो आपको पैसा देना होगा। उन्होंने दावा किया कि अलीगढ़ के बुनकरों के लिए 3,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया लेकिन धन गरीबों के हाथों में नहीं पहुंचा।
अमेठी से कांग्रेस सांसद राहुल ने कहा कि कोई भी नेता गरीबों के दर्द को तभी समझ सकता है जब वह लोगों के बीच जाए और उनके साथ बैठकर भोजन करे। जब तक कोई नेता, गरीब आदमी के घर में भोजन नहीं करता है तब तक वह उनकी समस्याओं को नहीं समझ सकता। उसे गरीबी का अहसास नहीं हो सकता। कांग्रेस के विकास और आम आदमी के लिए प्रतिबद्ध होने पर जोर देते हुए राहुल ने लोगों विशेष तौर पर युवाओं से विकास के वास्ते बदलाव के लिए वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि कब तक युवा दूसरे राज्यों में काम की तलाश में भटकते रहेंगे। राहुल ने आरोप लगाया कि पिछले 20 वर्षों में राज्य में कोई प्रगति नहीं हुई है क्योंकि लगातार सरकारों ने लोगों को ठगा और विकास कार्यो की उपेक्षा की।
उन्होंने कहा कि हमने सूचना के अधिकार कानून के जरिए एनएचआरएम के तहत धन के उपयोग के बारे में जानकारी मांगी और इसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता पाई गई। राहुल ने कहा कि संप्रग सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में खाद्य सुरक्षा विधेयक और लोकपाल विधेयक लाएगी।
फूलपुर में राहुल को दिखाया गया काला झंडा फूलपुर : फूलपुर में कांग्रेस के कार्यक्रम स्थल के पास जब राहुल गांधी का हेलीकाप्टर उतरा उस समय सपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें काला झंडा दिखाया और नारेबाजी की। गौरतलब है कि राहुल उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यहां से कांग्रेस के प्रचार अभियान की शुरुआत करने आए। सपा की युवा इकाई के चार कार्यकर्ता अपने हाथों में काला झंडा लिए हेलीपैड की ओर दौड़े, जहां राहुल का हेलीकाप्टर उतरा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ को बहाल करने की मांग के समर्थन में नारेबाजी भी की।
First Published: Tuesday, November 15, 2011, 12:25