महाराष्ट्र सचिवालय खाक, 3 मरे ,जांच के आदेश

महाराष्ट्र सचिवालय खाक, 3 मरे ,जांच के आदेश

महाराष्ट्र सचिवालय खाक, 3 मरे ,जांच के आदेशज़ी न्यूज ब्यूरो

मुंबई : दक्षिण मुंबई स्थित राज्य सचिवालय 'मंत्रालय' में गुरुवार को भीषण आग लग गई। चौथी मंजिल से लगी आग ने ऊपर की कई मंजिलों को भी अपने चपेट में ले लिया। चौथी, पांचवीं, छठी और सातवीं मंजिल पूरी तरह तबाह हो गई और इस आग में भारी नुकसान हुआ है। आग से 3 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

आग में मुख्‍यमंत्री तथा उप मुख्‍यमंत्री का दफ्तर जलकर पूरी तरह खाक हो गया है। आग से सीएम समेत 40 मंत्रियों के दफ्तर जलकर खाक हो गए। हालांकि तीन हजार से ज्‍यादा लोग बाल-बाल बच गए। आग लगने की शुरुआत चौथी मंजिल से हुई और दो लोगों के शव भी इसी मंजिल पर मिले। इस आग में कई अहम फाइलें भी जलकर खाक होने की आशंका है।

उधर, महाराष्‍ट्र सरकार ने आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। आग की जांच क्राइम ब्रांच करेगा। खबर लिखे जाने तक आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया लेकिन बाद आग फिर भड़क उठी। बाकी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। मौके पर नेवी के कमांडो, अग्निशमन दल भी पहुंचकर आग पर काबू और लोगों को बचाने के प्रयास में जुट गए।

घटना के वक्‍त इस बिल्डिंग के अंदर कुल तीन हजार कर्मचारी मौजूद थे। आग इतनी भीषण थी कि इसकी चपेट में आकर दर्जनों लोग गंभीर से जख्‍मी हो गए। सभी घायलों को आईसीयू में भर्ती करवाया गया है।

जानकारी के अनुसार, आग इतनी जबरदस्‍त थी कि आपदा प्रबंधन सेल भी आग की चपेट में आ गया। आग को काबू में करने के लिए नेवी के कमांडो भी मौके पर पहुंच गए। वहीं, सीबीआई ने अपने एक बयान में कहा है कि आदर्श घोटाले से संबंधित सभी फाइलें सुरक्षित हैं।

अग्निशमन विभाग के सूत्रों ने कहा कि राकांपा के मंत्री बबनराव पचपुते के कार्यालय में आग लगी । उन्होंने कहा कि छह अग्निशमन दस्ते मौके पर पहुंच गए और आग पर काबू करने के प्रयास में जुट गए। इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्य सचिव ने पूरे भवन को तुरंत खाली करने के निर्देश दिए ।

पचपुते ने कहा कि आग छठे तल पर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय तक फैल गई है। चौथे मंजिल का धुआं भवन के दो ऊपरी तलों तक पहुंच गया। आग लगने की खबर के तुरंत बाद भवन को खाली कराने का काम शुरू कर दिया गया। पतंगराव कदम ने कहा कि शार्ट सर्किट के चलते आग लगी।

मुख्‍यमंत्री पृथ्‍वीराज चह्वान भी घटनास्‍थल पर पहुंचे। उन्‍होंने मुआयना करने के बाद कहा कि मंत्रालय में सभी बैठकें स्‍थगित कर दी गई हैं और मंत्रालय में किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है। उन्‍होंने कहा कि जले हुए दफ्तर अब दूसरी जगहों से काम करेंगे।

अग्निशमनकर्मियों ने आग की लपटों पर काबू पा लिया है लेकिन अभी भी इसे पूरी तरह से बुझाया नहीं जा सका है। अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने बताया कि दो पुरुषों के जले हुए शव छठी मंजिल पर कार्यालय के बाहर मिले हैं। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इससे पहले कहा था कि आग पर काबू पा लिया गया है और अपराध शाखा द्वारा घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

चव्हाण ने शाम को मंत्रियों के साथ आपात बैठक कर सामान्य कामकाज जारी रखने पर विचार किया। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं। अपराध शाखा इस मामले की जांच करेगा। आग चौथी मंजिल के कमरा संख्या 411 से शुरू हुई।

राहत एवं पुनर्वास सचिव प्रवीन परदेशी ने कहा कि इमारत में फंसे सभी 65 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि अंदर कोई भी नहीं है। 16 घायलों में एक को छोड़कर सभी की हालत स्थिर है। आग लगने के बाद राज्य के जनजातीय कल्याण मंत्री बब्बनराव पचपुते उन लोगों में से थे जिन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया। गुरुवार को सात मंजिला इमारत के ऊपरी तीन मंजिल में आग लग गई थी।

पचपुते ने पत्रकारों से कहा कि मैं अपने कक्ष में काम कर रहा था। अचानक मैंने एक विस्फोट की आवाज सुनी और देखा धुआं बाहर आ रहा है। मंत्री का कार्यालय चौथी मंजिल पर है। पचपुते ने कहा कि वह इसे मामूली आग मान कर अग्निशामक यंत्रों की सहायता काबू पाने की कोशिश करने लगे, लेकिन धुआं ज्यादा निकलने पर अलार्म बजाया।

राज्य के मुख्य सचिव जे.के. बैंठिया ने दोपहर को एक संवाददाता सम्मेलन कहा था कि सात मंजिला इमारत में फंसे कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया गया। संवाददाता सम्मेलन में कुछ मंत्री भी उपस्थित थे। उस वक्त यहां हंगामेदार स्थिति उत्पन्न हो गई जब कुछ पत्रकारों एवं सचिवालय के कर्मचारियों ने मंत्रियों से जानना चाहा कि उच्च सुरक्षा वाले परिसर में आखिर आग इतनी तेजी से कैसे फैली?

बचाव कार्य में नौसेना का भी सहारा लिया गया। मुम्बई पुलिस एवं अग्निशमन विभाग की देखरेख में नौसेना कमांडो बचाव कार्य में लगे थे। अधिकारियों ने बताया कि इस अग्निकांड से बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण कागजात खाक हो गए। एक व्यक्ति ने कहा कि मैं पानी की पाइप से नीचे उतरा। कई अन्य लोगों ने भी पाइपों एवं बिजली के मोटे तारों की सहायता से अपनी जान बचाई है।

महाराष्‍ट्र सरकार ने आग के बाद हालात की समीक्ष शुरू कर दी है। उधर, बीजेपी का कहना है कि मंत्रालय में आग की घटना साजिश का हिस्‍सा हो सकती है। वहीं, शिवसेना ने भी आरोप लगाया कि आग साजिश का हिस्‍सा है।

First Published: Friday, June 22, 2012, 08:30

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