Last Updated: Wednesday, January 2, 2013, 20:25
नई दिल्ली : बलात्कार पीड़ितों के प्रति ‘संवेदनहीन’ रवैया अपनाने के कारण निंदा झेलने वाली दिल्ली पुलिसकर्मियों को अब महिलाओं से जुड़े मुद्दों और बलात्कार के मामलों की जांच के तरीकों के बारे में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राजधानी में 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा के साथ वीभत्स बलात्कार पर देश भर में पैदा हुए आक्रोश के बाद अब महिला पुलिस अधिकारी पुलिसकर्मियों को ‘बलात्कार के मामलों की जांच’ का तरीका सीखाएंगी। दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति गीता मित्तल और सामाजिक अनुसंधान केंद्र की निदेशक रंजना कुमारी ने दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित विशेष प्रशिक्षण केंद्र में आज इस तरह का एक पाठ्यक्रम शुरू किया।
रंजना ने सामाजिक भेदभाव के संदर्भ में कहा कि घरों में महिलाओं को हमेशा ‘दोयम दर्जे का नागरिक’ समझा जाता है और लड़कों को बहुत आजादी मिलती है जो बाद में घमंड में तब्दील हो जाती है।
उन्होंने कहा कि बलात्कार समेत अन्य यौन अपराधों पर पुलिस की ओर से विशेष रवैये की जरूरत होती है क्योंकि एक महिला अंतिम उम्मीद लेकर उनके पास आती है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 2, 2013, 20:25