Last Updated: Sunday, April 15, 2012, 06:47
कोरापुट: सत्तारूढ़ बीजद के विधायक झीना हिकाका को बंधक बनाने वाले माओवादियों ने रविवार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए समयसीमा 18 अप्रैल तक बढ़ा दी।
माओवादियों की आंध्र-ओडिशा सीमा विशेष क्षेत्रीय समिति के एक नेता ने अपने संदेश में 29 नक्सलियों की रिहाई के लिए 18 अप्रैल को शाम पांच बजे तक की नयी समयसीमा दी है। माओवादियों के लिए मामले लड़ने वाले कोरापुट के वकील निहार रंजन पटनायक ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आदिवासी विधायक हिकाका को छोड़ने के लिए पहले 30 कैदियों की रिहाई की मांग करने वाले माओवादियों ने सूची से चेंदा भूषणम उर्फ घासी का नाम हटा दिया है जो कम से कम 55 पुलिसकर्मियों को मारने का आरोपी है।
घासी की रिहाई की मांग पर पुलिस बल तथा ओड़िशा पुलिस संघ समेत अनेक संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। संगठनों ने धमकी दी थी कि यदि 37 वर्षीय विधायक की रिहाई के लिए उसके जैसे कट्टरपंथी माओवादी को रिहा किया जाता है तो वे नक्सल रोधी अभियानों का बहिष्कार करेंगे।
अपहर्ता कैदियों के बदले विधायक को रिहा करने की अपनी शतोर्ं पर अड़े हैं। पटनायक के अनुसार उन्होंने मांग की है कि हिकाका की रिहाई के लिए छोड़े गये 29 विद्रोहियों के साथ उनकी पत्नी कौशल्या और वकील भी साथ आयें।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, April 15, 2012, 15:48