माकपा कांग्रेस में येचुरी का प्रस्ताव पारित - Zee News हिंदी

माकपा कांग्रेस में येचुरी का प्रस्ताव पारित



कोझिकोड : माकपा के पार्टी कांग्रेस में पोलितब्यूरो सदस्य सीताराम येचुरी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को रविवार पारित कर दिया गया ताकि बदलते वक्त के साथ पेश आ रही चुनौतियों का सामना किया जा सके।
प्रस्ताव में कांग्रेस के नव उदारवादी सुधारों और भाजपा के सांप्रदायिक एजेंडा के खिलाफ देश में तीसरा राजनैतिक विकल्प खड़ा करने की बात है।

 

‘साम्राज्यवादी भूमंडलीकरण’ द्वारा पेश की गई चुनौतियों का सामना करने के लिए सुधारों को अपनाने वाले समाजवादी देशों की कमियों का आलोचनात्मक विश्लेषण करने के दौरान दस्तावेज में जाति, धर्म और जातीयता पर आधारित पहचान की राजनीति के सिद्धांत को भी खारिज किया गया है।

 

पार्टी के 20 वें कांग्रेस में दिन की कार्यवाही की संवाददाताओं को जानकारी देते हुए पोलित ब्यूरो सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लै ने कहा कि एक प्रतिनिधि ने प्रस्ताव का विरोध किया जबकि तीन अन्य अनुपस्थित रहे। उन्होंने अनुपस्थित रहने और प्रस्ताव के खिलाफ मतदान देने का कारण नहीं बताया।

 

पिल्लै ने कहा, कांग्रेस में मसौदा विचाराधारा दस्तावेज की समूची सामग्री पर व्यापक सहमति थी। उन्होंने उन खबरों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि पांच अप्रैल को कांग्रेस में पारित माकपा के राजनैतिक प्रस्ताव में बाद में सुधार किया गया था ताकि तीसरे मोर्चे का विकल्प खुला रखा जाए।

 

पिल्लै ने कहा कि पार्टी का घोषित रुख है कि मौजूदा हालात में तीसरे मोर्चे के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। पिल्लै ने कल शाम कांग्रेस में सांगठनिक रिपोर्ट पेश की थी। उन्होंने कहा कि माकपा ने अपने विस्तार का मूल्यांकन करते वक्त पश्चिम बंगाल और केरल के चुनाव में मिली शिकस्त पर सिर्फ संकेतक के तौर पर पर विचार किया।

 

उन्होंने कहा, पार्टी ने इन राज्यों में की गई गलतियों से सीखा और सुधारात्मक कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, हालांकि, पार्टी सिर्फ चुनावी लाभ पर आधारित अपनी वृद्धि का मूल्यांकन नहीं करती। माकपा उन कमियों से पार पाने की कोशिश करेगी जिसकी वजह से उसे चुनावी पराजय झेलनी पड़ी।  (एजेंसी)

First Published: Monday, April 9, 2012, 00:30

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