Last Updated: Wednesday, May 23, 2012, 21:01

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कार्यकाल में स्मारकों तथा पार्को की स्थापना में हुए कथित घोटालों की परतें उधड़ने का सिलसिला जारी है। अब राजस्थान के एक शिला तथा मूर्ति व्यवसायी ने कार्य का भुगतान नहीं किये जाने का आरोप लगाते हुए गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
पत्थर तथा मूर्ति कारोबारी राम अवतार सैनी ने थाने में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया है कि उसने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के माल एवेन्यू स्थित बंगले तथा तीन स्मारकों के लिये तीन करोड़ पांच लाख रुपये मूल्य के पत्थर तथा मूर्ति की आपूर्ति की थी लेकिन उसे भुगतान नहीं किया गया।
सैनी का कहना है कि उसने मायावती के घर तथा उनके दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यालय पर 20 बड़ी मूर्तियां तथा सात मध्यम आकार की प्रतिमाएं लगवाई थीं। उसका आरोप है कि उसने कुल छह करोड़ 21 लाख रुपये का काम किया था जबकि उसे तीन करोड़ 16 लाख रुपये का ही भुगतान किया गया।
इस बीच, पुलिस ने कल स्मारकों में बिजली व्यवस्था करने वाले ठेकेदार भूपेन्द्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया। उसे स्मारकों में बिजली के सामान की आपूर्ति के लिये 47 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया था। अग्रवाल ने कथित रूप से आयातित श्रेणी के सामान के नाम पर स्वदेशी उपकरणों की आपूर्ति की थी। अग्रवाल के साझीदार सुनील कुमार गुप्ता ने एक करोड़ 32 लाख रुपये हड़पने के मामले में उसके खिलाफ पिछले साल अक्तूबर में चिनहट थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 23, 2012, 21:01