माया घोटाला : भाजपा मुखर, सबूत पेश - Zee News हिंदी

माया घोटाला : भाजपा मुखर, सबूत पेश

लखनऊ : मायावती सरकार द्वारा खुद को पाक साफ बताने के लिए 24 महत्वपूर्ण विभागों के कामकाज पर श्वेत पत्र जारी करने के अगले ही दिन भाजपा ने मायावती और बसपा के महामंत्री सतीश चन्द्र मिश्र के परिजनो पर फर्जी कम्पनियां बनाकर 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले का आरोप लगाया है और अपने आरोप की पुष्टि में दस्तावेज भी जारी किए।

 

पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं भ्रष्टाचार उजागर समिति के अध्यक्ष डॉ. किरीट सोमैय्या ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि मायावती के भाई आनंद कुमार और सतीश चन्द्र मिश्र के 20 वर्षीय पुत्र कपिल कुमार ने मिलकर घोटाले के पैसे छिपाने के लिए दर्जनों कम्पनियां बनाई। सोमैय्या ने अपने आरोपो की पुष्टि में आनंद कुमार समूह की 125 कम्पनियों की सूची और दस्तावेज जारी करते हुए आरोप लगाया कि इस तरह की बेनामी और रहस्यमय कम्पनियों की संख्या 300 से ऊपर है जिनके जरिए 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया गया है।

 

भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री मायावती को उनके द्वारा जारी दस्तावेज को गलत साबित करने की चुनौती देते हुए बताया कि पार्टी द्वारा इन घोटालो का पर्दाफाश किए जाने के बाद सतीश मिश्र ने बीती 30 नवम्बर को गुपचुप तरीके से अपने सभी परिजनो को इन कम्पनियों से अलग कर लिया। सोमैय्या ने सात ऐसी कम्पनियों के नाम की भी सूची जारी की जिसमें सतीश चन्द्र मिश्र के पुत्र कपिल कुमार और परिवार की महिला सदस्य कल्पना, श्यामली, सुभाषिनी, रुपश्री और भाग्यश्री निदेशक, शेयर धारक और मालिक हैं।

 

सोमैय्या ने अपने आरोप की पुष्टि में लैसर फाइनेंशल एण्ड प्रोजेक्ट्स कन्सलटंट प्राइवेट लि.  नाम की कम्पनी का उल्लेख करते हुए बताया कि यह कम्पनी 1952 में कुछ अज्ञात लोगों ने बनाई थी और लम्बे समय तक इन कम्पनियों ने पैसे का कोई लेन-देन नहीं किया। वर्ष 2007 में प्रदेश में बसपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री मायावती के भाई आनंद कुमार समूह ने यह कम्पनी रहस्यमय तरीके से खरीदी और आनंद कुमार ने ग्रुप ऑफ रजिस्ट्रार ऑफ कम्पनीज में जो कागजात दिए उनमें साफ तौर से दर्शाया गया है कि इस कम्पनी ने कभी कोई बिजनेस किया ही नहीं, पर कम्पनी के 10 रुपए के शेयर 400 रुपए की दर से अज्ञात कम्पनियों द्वारा खरीदे गए हैं। जाहिर है कि आनंद कुमार और सतीश चन्द्र मिश्र के परिजनो ने इस बेनामी लेन देन में सैकड़ों करोड़ की हेराफेरी की है।

 

डॉ. सोमैय्या ने कहा कि अच्छा हो कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी 'हाथी पैसा खाता है' की नौटंकी छोड़ कर मायावती सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपो की जांच कराएं। सोमैय्या ने व्यंग्य करते हुए यह भी कहा, 'राहुल गांधी यदि मायावती सरकार के भ्रष्टाचारो की जांच नहीं करवा सकते तो ईमानदारी से यही स्वीकार कर लें कि कांग्रेस और बसपा के बीच कोई ऐसा राजनीतिक समझौता है, जिसके कारण वे ऐसा नहीं कर सकते।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, December 17, 2011, 19:01

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