Last Updated: Monday, June 25, 2012, 17:01
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार ने वर्ष 2008 से 2012 तक अपने कार्यकाल के दौरान पार्को और स्मारकों के निर्माण तथा मूर्तियों की स्थापना पर पांच हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि आवंटित की थी।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य नसीब पठान के प्रश्न के लिखित उत्तर में जनवरी 2008 से मई 2012 तक पार्को और स्मारकों के निर्माण तथा मूर्तियों की स्थापना के लिये आवंटित धन का वषर्वार विवरण देते हुए बताया कि इस दौरान इन कार्यो के लिये 5372. 41 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए।
उन्होंने बताया कि जनवरी से मार्च 2008 के बीच 377. 8 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2008-09 के लिये 1435. 64 करोड़ रुपये, वर्ष 2009-10 के लिये 1067. 83 करोड रुपये, साल 2010-11 के लिये 1264. 48 करोड़ रुपये तथा 2011-12 के लिये 628. 38 करोड़ रुपए आवंटित किए गए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके अलावा लोक निर्माण ने 118. 46 करोड़ रुपये और सिंचाई विभाग ने 479. 78 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की। उन्होंने बताया कि इस धनराशि से लखनउ में डाक्टर भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, मान्यवर कांशीराम जी स्मारक स्थल, बौद्ध विहार शांति उपवन, मान्यवर कांशीराम जी ग्रीन इको गार्डन, डाक्टर भीमराव अम्बेडकर चौक, स्मृति उपवन, रमाबाई अम्बेडकर मैदान, लार्ड बुद्धा चौराहा, अवध अस्पताल चौराहा तथा गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय आदि का निर्माण कराया गया।
इस धनराशि के अनावश्यक व्यय के परिणामस्वरूप प्रदेश के विकास में बाधा उत्पन्न होने के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा कि इस मामले में उच्च न्यायालय में विभिन्न याचिकाएं लम्बित हैं, जिन पर अगले माह सुनवाई होनी है। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 25, 2012, 17:01