Last Updated: Wednesday, November 16, 2011, 12:37
मालदा (पश्चिम बंगाल) : मालदा जिला सदर अस्पताल में सोमवार के बाद आठ और शिशुओं की मौत के साथ ही गत नौ नवंबर के बाद संस्थान में दम तोड़ने वाले बच्चों की संख्या 26 हो गई है।
अस्पताल के अधीक्षक हिमाद्री कुमार अरी ने कहा कि दो नवजात ने सोमवार रात को दम तोड़ा, तीन की कल और तीन की बुधवार सुबह मृत्यु हुई। उन्होंने बताया कि मरने वाले 26 बच्चों में से 18 रेफरल मामले थे और आठ नवजात थे।
जिला मजिस्ट्रेट श्रीमती अर्चना ने बताया कि प्रशासन ने डाक्टरों और नर्सों की एक बैठक में नवजात शिशुओं की मौत के कारणों पर चर्चा की। मालदा मेडिकल कालेज के डाक्टरों से कहा गया है कि वह सदर अस्पताल के बाल रोग विभाग में सहयोग करें।
इसके अलावा सदर अस्पताल में वार्मर्स की संख्या बढ़ाकर छह की जाएगी और जिले के विभिन्न भागों में 14 स्टेबिलाइजिंग इकाइयों की स्थापना की जाएगी ताकि बीमार बच्चों का अस्पताल पहुंचने से पहले उचित इलाज हो सके। ऐसी पहली इकाई मिलकी में खोली जाएगी।
अर्चना ने बताया कि 30 बिस्तर वाली नवजात इकाई सदर अस्पताल में खोली जाएगी और एक संस्थागत डिलीवरी इकाई मोलपुर में खोली जाएगी। अरी ने कहा कि अस्पताल में हर वर्ष औसतन 10,000 बच्चे पैदा होते हैं और इस वर्ष यह आंकड़ा 11,000 को पार कर चुका है। अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में ग्रुप डी कर्मचारियों की कमी के कारण हालात और खराब हुए हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 16, 2011, 18:07