Last Updated: Wednesday, July 24, 2013, 11:59
छपरा : बिहार के सारण जिले में एक सरकारी विद्यालय में मध्याह्न् भोजन खाने से हुई 23 बच्चों की मौत के मामले में फरार मुख्य आरोपी विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मीना देवी के आवास पर बुधवार को कुर्की जब्ती के संबंध में इश्तेहार चिपकाया गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक प्रधानाध्यापिका के गंडामन स्थित आवास पर कुर्की जब्ती संबंधित इश्तेहार चिपका दिया गया है। पुलिस के आवेदन पर न्यायालय ने मंगलवार को इश्तेहार जारी किया। इश्तेहार चिपकाए जाने के बाद भी अगर प्रधानाध्यापिका आत्मसमर्पण नहीं करती है या उसकी गिरफ्तारी नहीं होती है तो पुलिस उसके घर की कुर्की जब्त करने के लिए न्यायालय में आवेदन पत्र जमा करेगी।
गौरतलब है कि मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार शाम प्रधानाध्यापिका के घर की तलाशी ली थी। सूत्रों के अनुसार वहां से उन्होंने कई संदिग्ध चीजें जब्त की हैं। उल्लेखनीय है कि सारण व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पुलिस ने प्रधानाध्यापिका की गिरफ्तारी का वारंट जारी करने के लिए आवेदन दिया था, जिसे न्यायालय ने सोमवार को स्वीकार कर वारंट जारी कर दिया।
धर्मसती गंडामन गांव स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में 16 जुलाई को मध्याह्न् भोजन से 23 बच्चों की मौत हो गई जबकि रसोइया और 24 बच्चे अभी भी बीमार हैं। इस मामले में गंडामन गांव के अखिलानंद मिश्र ने मशरख थाना में प्रधानाध्यापिका मीना देवी और अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है। घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के निर्देश पर क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) विनोद कुमार और प्रमंडलीय आयुक्त शशिशेखर शर्मा ने अपनी जांच रिपोर्ट शुक्रवार को मुख्यमंत्री को सौंप दी, जिसमें प्रधानाध्यापिका की भूमिका को लापरवाह और अपराधिक करार दिया गया था। गौरतलब है कि प्रधानाध्यापिका को पूर्व में ही निलंबित किया जा चुका है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 24, 2013, 11:59