मुंबई ट्रेन विस्फोट: पीड़ित को अब भी मुआवजे का इंतजार

मुंबई ट्रेन विस्फोट: पीड़ित को अब भी मुआवजे का इंतजार

मुंबई : मुंबई की उपनगरीय लोकल ट्रेनों श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के सात साल बाद भी एक पीड़ित एल्विन डी’कुन्हा को उस मुआवजे का इंतजार है जिसका सरकार ने वादा किया था।

एल्विन ने बताया कि हमारे जीवन में बदलाव कोई नहीं ला सकता। हर साल एक बार इस दिन को हम याद करते हैं और फिर भूल जाते हैं। सरकार ने हमारे इलाज पर खर्च हुई राशि हमें अब तक नहीं दी है। उन्होंने कहा कि हम विशेष मदद या अतिरिक्त धन नहीं मांग रहे हैं सरकार से। हम वही मांग रहे हैं जो हमने अपने पास से खर्च किया। इलाज का पूरा खर्च हमने वहन किया और सरकार ने यह राशि अब तक नहीं दी।

11 जुलाई 2006 को बोरीवली स्टेशन में एक लोकल ट्रेन में हुए विस्फोट में 46 वर्षीय एल्विन बुरी तरह घायल हो गए थे। उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में मामला जीत लिया। उन्होंने बताया कि आयोग ने सरकार को आदेश दिया कि मुझे तत्काल मुआवजा दिया जाए। पर कुछ नहीं हुआ। विस्फोट मामले की सुनवाई में विलंब पर भाजपा नेता किरीट सोमैया ने निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि सात साल बाद इस मामले की सुनवाई निचली अदालत में शुरू हुई। 13 आतंकवादी अब तक फरार हैं। पीड़ितों को न्याय तथा पुनर्वास का इंतजार है।

11 जुलाई 2006 को मात्र 11 मिनट के भीतर कुछ लोकल ट्रेनों में सात विस्फोट हुए थे जिनमें 200 से अधिक लोग मारे गए थे और करीब 700 घायल हो गए थे। (एजेंसी)

First Published: Thursday, July 11, 2013, 14:41

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