मुजाहिद की मौत की समयबद्ध जांच हो: एएमयूटीए

मुजाहिद की मौत की समयबद्ध जांच हो: एएमयूटीए

मुजाहिद की मौत की समयबद्ध जांच हो: एएमयूटीएअलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शिक्षकों के संगठन ने उत्तर प्रदेश के फैजाबाद, लखनउ तथा वाराणसी कचहरी परिसरों में वर्ष 2007 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के आरोपी खालिद मुजाहिद की पिछले दिनों हिरासत में हुई मौत पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए आज उसकी मृत्यु की सीबीआई से समयबद्ध जांच कराने की मांग की।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (एएमयूटीए) के सचिव डाक्टर आफताब आलम ने बताया कि संगठन की आज हुई आपात बैठक में पारित प्रस्ताव में उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा उन मुसलमानों की जान की हिफाजत करने में नाकाम रहने की निंदा की गयी, जो आतंकवाद के मामलों में जबरन फंसाये गये हैं। आलम ने बताया कि बैठक में मुजाहिद की पिछले दिनों हिरासत में हुई मौत पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए आज उसकी मृत्यु की सीबीआई से समयबद्ध जांच कराने की मांग भी की गयी।

उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के भले के झूठे वादे करने और उनकी विपदा पर घड़ियाली आंसू बहाने वाली सपा ने मुजाहिद तथा धमाकों के एक अन्य आरोपी तारिक कासमी की गिरफ्तारी की जांच के लिये गठित निमेष आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने में नाकाम रही।

आलम ने कहा कि अगर अखिलेश यादव सरकार कानून और इंसाफ के लिये इतनी ही गम्भीर थी तो उसे निमेष आयोग की रिपोर्ट को मंजर-ए-आम पर रखने में कोताही नहीं करनी चाहिये थी। गौरतलब है कि वर्ष 2007 में उत्तर प्रदेश के लखनउ, फैजाबाद तथा वाराणसी कचहरी परिसरों में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में आरोपी मुजाहिद को गत शनिवार को फैजाबाद से पेशी से लौटते समय तबीयत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।

राज्य सरकार ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की है। मुजाहिद के चाचा जहीर आलम की तहरीर पर बाराबंकी शहर कोतवाली में प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक विक्रम सिंह, तत्कालीन अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) बृजलाल समेत 42 लोगों के खिलाफ साजिश कर हत्या करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। (एजेंसी)

First Published: Monday, May 20, 2013, 19:19

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