Last Updated: Sunday, December 11, 2011, 13:18
चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की सरकार ने मुल्लापेरियार बांध विवाद पर अपने रूख में सख्ती लाते हुए 15 दिसंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की घोषणा की, ताकि इस मुद्दे पर उनकी सरकार अपने अधिकार को उचित ठहरा सके।
तमिलनाडु की सीमा से लगे केरल के कुमिली शहर में बांध मुद्दे पर तनाव बढ़ गया है क्योंकि तमिलनाडु के प्रदर्शनकारियों ने अपने इस पड़ोसी राज्य में प्रवेश करने की धमकी दी है। इस मुद्दे के दोनों राज्यों में तूल पकड़ने पर जयललिता ने विधानसभा का सत्र बुलाने की घोषणा करते हुए कहा है कि केरल द्वारा मुल्लापेरियार बांध की सुरक्षा पर उठाए जा रहे ‘काल्पनिक खतरे’ के चलते उनका राज्य अपना अधिकार नहीं छोड़ेगा।
केरल विधानसभा द्वारा एक विशेष सत्र में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर 116 साल पुराने मुल्लपेरियार बांध की जगह एक नया बांध बनाने की मांग करने के दो दिन बाद तमिलनाडु सरकार ने यह यह कदम उठाया है।
जयललिता ने कहा है कि उच्चतम न्यायालय को ठोस तकनीकी एवं वैज्ञानिक आंकड़ा मुहैया किये जाने में इस विवाद का समाधान निहित है। मुल्लापेरियार बांध मुद्दे पर बढ़ते तनाव के बीच तमिलनाडु के प्रदर्शनकारियों ने केरल में घुसने की धमकी दी जिसके बाद पुलिस ने आज केरल के कुमिली और उसके आस पास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी।
तमिलनाडु में थेनी इलाके के लिए रास्ते बंद रहे और प्रदर्शनकारियों को सीमा पार करने एवं विवाद बढ़ाने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। तमिलनाडु की तरफ से केरल जाने वाले सभी रास्ते पुलिस ने बंद कर रखे हैं ताकि प्रदर्शनकारियों को केरल में जाने से रोका जा सके। दोनों राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी निरंतर संपर्क में रहे।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, December 11, 2011, 18:48