Last Updated: Sunday, September 9, 2012, 16:27

नई दिल्ली : असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने राज्य में मुस्लिम आबादी के तेजी से बढ़ने के पीछे बांग्लादेश के अवैध प्रवासियों की बात को खारिज किया और कहा कि समुदाय में शिक्षा की कमी उच्च जन्म दर का कारण है। उन्होंने कहा कि असम में मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर हिंदुओं की तुलना में अधिक है। मुस्लिम समुदाय अशिक्षा के कारण अधिक बच्चे पैदा करता है।
एक टीवी कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ऐसा मुस्लिमों के बीच कम साक्षरता.अशिक्षा के कारण है। हर परिवार में छह, सात, आठ, नौ दस यह सब अशिक्षा के कारण है। बार-बार यह पूछे जाने पर कि क्या उनका यह मानना है कि अशिक्षित लोगों के ज्यादा बच्चे होते हैं, गोगोई ने कहा, हां, मेरा सौ प्रतिशत मानना है, यह अशिक्षा के कारण ही होता है। उन्होंने कहा, यदि आप 2001 की जनगणना को देखें तो असम में मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर देश के औसत से कम थी। 2011 की जनगणना में भी असम में आबादी की वृद्धि दर देश के औसत से कम थी। यह स्पष्ट संकेत है कि अवैध प्रवास में गिरावट आयी।
गोगोई ने कहा कि यहां तक कि विभिन्न न्यायाधिकरणों में संदिग्ध अवैध प्रवास के करीब तीन लाख मामले लंबित हैं। बहुत से मामलों को खारिज किया जा सकता है क्योंकि इन आरोपों को साबित करना अत्यंत कठिन है। मुख्यमंत्री ने बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद के प्रमुख हगरामा मोहिलारी के बीटीसी इलाके में दो लाख अवैध प्रवासियों की मौजूदगी के दावों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह आंकड़ा बिल्कुल गलत है।
उनकी सरकार में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के गठबंधन सहयोगी होने के कारण बोडो समुदाय के प्रति नरम रवैया अपनाए जाने के आरोप पर गोगोई ने कहा कि यह गलत धारणा है , यहां तक कि बोडो लोगों ने उन पर मुस्लिमों के प्रति नरम रवैया रखने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा, यह बिल्कुल गलत है। यह एक झूठा प्रचार है। मैं उन पर निर्भर नहीं हूं। 126 में से हमारे पास 78 विधायक (कांग्रेस) हैं। वे (बीपीएफ) सरकार का हिस्सा हैं लेकिन (सरकार चलाने के लिए) मुझे उनके समर्थन की जरूरत नहीं है। यदि जरूरत होती क्यों हमने बोडो विधायक को गिरफ्तार कराया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 9, 2012, 14:30