Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 21:53
मुरैना (मप्र) : अनुविभागीय दंडाधिकारी मुरैना के न्यायालय में शुक्रवार को पेशी पर आयी एक मूकबधिर महिला ने गत माह उसे बानमोर कस्बे के एक घर में बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार करने वाले एक छद्म भेषधारी सखी बाबा को उस समय पकड़ लिया जब वह न्यायालय प्रांगण में जनता के बीच स्वांग रचकर नाटक कर रहा था। मूकबधिर महिला के इशारे के बाद पुलिस ने छद्म भेषधारी सखी बाबा को गिरफ्तार कर लिया है।
बानमोर पुलिस थाना प्रभारी विवेक अष्ठाना ने बताया कि करीब तीन माह पहले पुलिस ने कस्बे के एक घर से बंधक मूकबधिर महिला को मुक्त कराया था। उसका कोई रिश्तेदार नहीं होने पर उसे महिला संप्रेक्षण गृह ग्वालियर भेजा गया था।
शुक्रवार को महिला पुलिसकर्मी महिला को मुरैना एसडीएम न्यायालय में पेशी पर लाये थे, जैसे ही मूकबधिर महिला मुरैना न्यायालय परिसर के बाहर आयी वैसे ही उसे वह छद्म भेषधारी सखी बाबा दिखा। महिला ने उसे पहचान लिया और उसे दौड़कर पकड़ लिया तथा साथ में चल रही पुलिस को इशारों में यह बताया कि इसी सख्श ने उसे बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार किया और पैसे छीने हैं।
पुलिस के मुताबिक महिला छत्तीसगढ़ के रायपुर की रहने वाली है और बाबा उसे बहला फुसलाकर यहां ले आया था। पुलिस ने सखी बाबा को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया है। छद्म भेषधारी बाबा ने पूछताछ में पहले अपना नाम सुशीला मैडम बताया। जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तब उसने अपना नाम राकेश निवासी टीन का पुरा (मुरैना) बताया। पुलिस ने मूकबधिर महिला की इशारों में की गई रिपोर्ट के आधार पर सखी बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के अनुसार छद्म भेषधारी सखी बाबा वास्तव में पुरुष है। वह लोगों को ठगने और दुष्कृत्य जैसी वारदातों को करने के लिए सखी बाबा का भेष रख लेता है। यह छद्म भेषधारी ट्रेनों में भी कभी किन्नर बनकर तो कभी सखी बाबा बनकर लोगों से पैसे वसूलता है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 9, 2013, 21:53