Last Updated: Thursday, May 3, 2012, 15:51
चेन्नई : माओवादियों के बंधन से 12 दिन बाद रिहा किए सुकमा के जिलाधिकारी एलेक्स पॉल मेनन के पिता वरदास ने कहा कि मैं एक ऐसे तोते की तरह हर्षित महसूस कर रहा हूं जिसे पिंजरे से अभी-अभी आजाद किया गया हो।
अपने बेटे के माओवादियों की कैद से रिहा किए जाने का समाचार मिलने के बाद खुशी से फूले नहीं समा रहे वरदास ने तुरंत परिवार और मित्रों के बीच मिठाइयां बांटीं। वरदास ने कहा कि उन्होंने अनेक रातें बिना सोए गुजारीं और जिस दिन से उनके बेटे का अपहरण किया गया उस दिन से ठीक से खाया नहीं है।
मेनन के चेन्नई और तिरुनेलवेली स्थित घरों पर जश्न का माहौल था। मेनन की रिहाई के कुछ मिनटों बाद उनके परिवार के सदस्यों और मित्रों ने आतिशबाजी की और वहां जुटे लोगों के बीच मिठाइयां बांटीं। रायपुर से मिली सूचना में मेनन को आज रिहा किए जाने का संकेत मिलने के बाद सुबह से ही चेन्नई में मोग्गाप्पायर पश्चिम में आईएएस अधिकारी के सास-ससुर के आवास पर मित्रों, रिश्तेदारों और पत्रकारों का जमघट लगा था।
हालांकि, वरदास ने इस बात की इच्छा प्रकट की कि उनका बेटा सुकमा के लोगों की सेवा जारी रखे। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को जीवन में परेशानियों और प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच जीना चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 3, 2012, 21:21