मैं लापता नहीं, 28 जनवरी को लौटूंगा: बोपैया

मैं लापता नहीं, 28 जनवरी को लौटूंगा: बोपैया

बेंगलुरु : कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा के बागी विधायकों के यह कहने के कुछ ही घंटे बाद कि वे विधानसभा अध्यक्ष के.जी. बोपैया की बेंगलुरु में मौजूदगी सुनिश्चित कराने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे, बोपैया ने गुरुवार को कहा कि वह लापता नहीं हुए हैं, 28 जनवरी को काम पर लौटेंगे। अपने कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति के माध्याम से बोपैया ने कहा कि वह एक निजी कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कहां हैं।

राज्यपाल एच.आर. भारद्वाज ने बागी भाजपा विधायकों की अदालत जाने की चेतावनी के बाद जब विधानसभा अध्यक्ष के दौरा कार्यक्रम का ब्योरा मांगा, उसके कुछ ही घंटों के अंदर यह विज्ञप्ति जारी की गई। विधानसभा अध्यक्ष ने विज्ञप्ति में कहा कि उनके लापता होने की खबर प्रचारित होने से उन्हें दुख पहुंचा है।

बागी विधायकों के इस दावे पर कि वे सूचित कर चुके थे कि बुधवार को उनसे मिलकर अपना इस्तीफा सौंपेंगे, बोपैया ने कहा कि उन्हें केवल मौखिक तौर पर कहा गया था, लिखित में कुछ नहीं दिया गया था। उन्होंने कहा कि यदि लिखित जानकारी दी गई होती तो मैं अपने कार्यालय में मौजूद रहता।

इससे पहले, दिन में बागी भाजपा विधायक नेहरू ओलेकर ने संवाददाताओं से कहा, `हम और दो दिन इंतजार करेंगे। यदि विधानसभा अध्यक्ष बेंगलुरु नहीं लौटते हैं तो उनकी उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए हम उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करेंगे।` ओलेकर उन 13 बागी भाजपा विधायकों में से एक हैं जिनकी योजना बुधवार को विधानसभा से इस्तीफा देने की थी जो फलीभूत नहीं हुई क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष अपने कार्यालय में नहीं थे और न ही सत्ताधारी पार्टी का कोई नेता बता सका कि बोपैया कहां हैं।

उल्लेखनीय है कि ये 13 बागी भाजपा विधायक पूर्व भाजपा मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के समर्थक हैं। येदियुरप्पा भाजपा और विधानसभा से इस्तीफा दे चुके हैं और अब कर्नाटक जनता पार्टी (कजपा) के अध्यक्ष हैं। ये बागी विधायक कजपा में शामिल होकर इस वर्ष मई में होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, January 24, 2013, 23:52

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