Last Updated: Sunday, February 3, 2013, 15:50

मोगा : आगामी 23 फरवरी को होने वाले मोगा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के बीच होने की उम्मीद है लेकिन सांझा मोर्चा का उम्मीदवार निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
कांग्रेस उम्मीदवार विजय कुमार साथी और शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार जोगिंदर पाल जैन के शनिवार को नामांकन पत्र दायर करने के बाद प्रमुख राजनैतिक दलों का ध्यान मोगा पर केंद्रित हो गया है।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह, कांग्रेस विधायक दल के नेता सुनील जाखड़ और ज्यादातर विधायकों समेत कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं ने अपना मुख्यालय मोगा स्थानांतरित कर लिया है। उसी तरह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा के नेता भी यहां पहुंचने लगे हैं जिससे राज्य का यह साधारण जिला सुखिर्यों में आ गया है।
शिरोमणि अकाली दल प्रमुख और राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया और मदन मोहन मित्तल समेत अन्य मंत्री जैन के लिए जोरदार तरीके से प्रचार करने के लिए सोमवार को यहां पहुंचेंगे।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनावों में जीत हासिल करने के बाद सुखबीर ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अपना पूरा ध्यान मोगा विधानसभा सीट पर केंद्रित करने को कहा था।
इस चुनाव में त्रिकोणीय संघर्ष होने की उम्मीद है। सांझा मोर्चा के उम्मीदवार रविंदर सिंह धालीवाल कल नामांकन पत्र दायर करने वाले हैं।
हालांकि, साथी और जैन के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है। कांग्रेस से इस्तीफा देकर जैन गत 26 दिसंबर को शिरोमणि अकाली दल में शामिल हुए थे जिसके बाद उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी।
दो बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक रह चुके जैन इस बार अकाली दल के टिकट पर चुनाव जीतने का प्रयास कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 3, 2013, 15:50