Last Updated: Saturday, August 17, 2013, 17:20

पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साले और कांग्रेस नेता साधु यादव की गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात को सामान्य बताया है। वहीं, प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी जदयू इसे मोदी और राजद सुप्रीमो के बीच बढती नजदीकी के रूप में पेश कर रही है।
अनिरूद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव की शुक्रवार को अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी से भी मिल सकता है, पर साधु को भाजपा में शामिल किए जाने का सवाल ही उठता।
उन्होंने कहा कि न ही साधु ने भाजपा में शामिल होने की इच्छा जतायी है और न ही पार्टी की ओर से उन्हें कोई प्रस्ताव किया गया है।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि साधु की कोई इस मुलाकात का कोई मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। उनके भाजपा में शामिल होने का कोई सवाल नहीं उठता।
वहीं, हाल ही में भाजपा से नाता तोड़ चुकी जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि साधु यादव जैसे व्यक्ति बिहार में राजद शासनकाल के दौरान जंगल राज का प्रतीक रहे हैं जिससे नरेंद्र मोदी का मिलना वे कैसे लोगों को पसंद करते हैं उसे परिलक्षित करता है।
जदयू के दूसरे प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि साधु की मुलाकात राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और नरेंद्र मोदी की बढ़ती नजदीकियों को साबित करने के प्रयाप्त है।
उन्होंने कहा कि साधु कांग्रेस में हैं, पर वे राजद सुप्रीमो के साले हैं और यह मुलाकात नरेंद्र मोदी के लिए 2014 के चुनाव के पूर्व को लालू के करीब आने का एक अवसर प्रदान करता है।
दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि साधु पार्टी के भीतर कोई पद धारक नहीं हैं और स्थिति के गंभीर होने पर कांग्रेस आवश्यक कार्रवाई करेगी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 17, 2013, 17:20