Last Updated: Sunday, February 10, 2013, 19:49

इलाहाबाद : प्रयाग के महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या के दिन गंगा, यमुना और पौराणिक नदी सरस्वती के संगम पर तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। बारह वर्ष के अंतराल पर होने वाले प्रयाग महाकुंभ में आज के स्नान को सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है।
कुंभ मेला अधिकारी मणिप्रसाद मिश्रा ने बताया, ‘‘हमारे अनुमानों के अनुसार अपराह्न तीन बजे तक तीन करोड़ से अधिक लोग डुबकी लगा चुके थे। उसके बाद से श्रद्धालुओं के तांते में कुछ कमी आयी है लेकिन यह संख्या हमारे अनुमानों को पार कर गयी है।’’ उन्होंने कहा कि कुंभ के किसी क्षेत्र से किसी अप्रिय घटना की कोई जानकारी नहीं मिली है।
करीब छह हजार एकड़ में तंबुओं से बनी इस नगरी को आज के दिन दुनिया की सबसे आबादी वाला शहर माना जाता है। हालांकि यह स्थिति बहुत कम समय के लिए मानी जाती है। कुंभ में आज तड़के संगम पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा गया। कुंभ के दूसरे शाही स्नान के कारण आज 13 अखाड़ों ने अपने जुलूस निकाले।
इस जुलूस को देखने के लिए विदेशियों सहित लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। जुलूस में पूरे शरीर पर भभूत मले और गले में गेंदे सहित विभिन्न फूलों एवं रूद्राक्ष की माला पहने नागा साधु झमूते और गाते हुए जा रहे थे। उन्हें देखकर श्रद्धालु बीच बीच में ‘‘हर हर गंगे ’’ का उद्घोष कर रहे थे। जुलूस में अखाड़ों के महंत, महामंडलेश्वर एवं अन्य वरिष्ठ संत रथों, घोड़ों एवं हाथियों पर सवार होकर चल रहे थे।
महाकुंभ में दरअसल, कल दोपहर से ही पवित्र स्नान शुरू हो गया क्योंकि हिन्दू पंचांग के अनुसार अमावस्या तिथि उसी समय से शुरू हो गयी थी। लेकिन स्नान का दौर आज सुबह से समय ही अपने चरम पर पहुंचा क्योंकि अधिकतर श्रद्धालु सूर्योदय के समय पवित्र स्नान करना पसंद करते हैं। रेलवे स्टेशनों और बस अड्डांे पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला बन हुआ था। साथ ही लोग अपने साधनों से सड़क मार्ग के जरिये महाकुंभ में पहुंच रहे हैं।
रेलवे ने आज के स्नान के लिए विशेष ट्रेनें चलायी हैं। साथ ही सरकारी एवं निजी परिचालकों ने भी श्रद्धालुओं को लाने के लिए अतिरिक्त बसें लगायी थी। यहां प्राप्त खबरों के अनुसार पड़ोसी प्रतापगढ़ जिले के रेलवे स्टेशन पर आज सुबह लोगों ने तोड़फोड़ की क्योंकि उन्हें पवित्र संगम ले जाने के लिए विशेष ट्रेन उपलब्ध नहीं थी।
महाकुंभ की सुरक्षा के लिए विशेष प्रावधान किये गये थे। बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी और आरएएफ के 15 हजार कर्मियों को सुरक्षा प्रबंधों में लगाया गया था। इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस, उसकी पीएसी एवं आतंकवाद निरोधक दस्ते के कर्मियों की सेवाएं भी ली गयी। इसके अलावा सेना ने कुछ कुछ मिनटों के बाद हवाई निगरानी करके सुरक्षा प्रबंधों में अपना योगदान दिया। सेना का आयुध डिपो कुंभ क्षेत्र के समीप ही स्थित है।
सेना सू़त्रों ने बताया कि उन्होंने कुछ क्षेत्रों को अस्थायी तौर पर खोलने की पेशकश की जो आम जनता के लिए खुले से नहीं हैं। सूत्रों ने कहा कि सेना ने पेशकश की थी कि यदि कुंभ प्रशासन सामान्य मार्गों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पर नियंत्रण रखने में असुविधा महसूस करते हैं तो वे अपने कुछ क्षेत्र खोल सकते हैं।
पिछले कुछ दिनों में कई नेता, फिल्म अभिनेता एवं प्रमुख व्यवसायी कुंभ में आये हैं। इनमें राजनाथ सिंह, श्रीप्रकाश जायसवाल, सुबोधकांत सहाय, मुख्तार अब्बास नकवी, हिन्दुजा बंधु, अनिल अंबानी एवं उनकी मां कोकिलाबेन, फिल्म निर्मात एकता कपूर, शिल्पा शेट्टी, इमरान हाशमी, राजपाल यादव, आशुतोष राणा एवं राजू श्रीवावस्त शामिल हैं। कुंभ के दौरा पंडित जसराज, हरिप्रसाद चौरसिया और मालिनी अवस्थी जैसे लोगों ने कुंभ के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों अपनी संगीत प्रस्तुति दी।
बहरहाल, प्रशासन ने कुंभ क्षेत्र में फिल्म प्रचार गतिविधियों को अनुमति नहीं ताकि किसी जगह पर अनावश्यक भीड़ जमा होने से रोका जा सके। ऐसे हालात में भगदड़ की आशंका रहती है। कुंभ के दौरान खोये व्यक्तियों का पता लगाने के लिए बनाये गये शिविरों में काफी भीड़ देखी गयी। इन शिविरों में लोग अपने लापता परिजनों विशेषकर महिलाओं एवं बच्चों का पता लगाने के लिए जा रहे थे।
शहर में कुंभ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के कारण सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। इलाहाबाद के जिलाधिकारी ने इंटरमीडिएट तक के सभी कालेजों एवं स्कूलों को 16 फरवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों से कहा गया है वे पैदल या संभव होने पर दुपहिया पर बैठकर परीक्षा स्थल तक जा सकते हैं। इसके अलावा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में कल छुट्टी रहेगी। प्रयाग महाकुंभ में पहला शाही स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन हुआ। तीसरा शाही स्नान 15 फरवरी के दिन बंसत पंचमी को होगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 10, 2013, 19:35