यूपी: गोंडा के सीएमओ का अब तक सुराग नहीं

यूपी: गोंडा के सीएमओ का अब तक सुराग नहीं

यूपी: गोंडा के सीएमओ का अब तक सुराग नहींज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी

लखनऊ/नई दिल्‍ली : गोंडा के सीएमओ डाक्‍टर एसपी सिंह का बीते दिनों से कोई सुराग नहीं मिल पाया है। गौर हो कि उत्‍तर प्रदेश के एक मंत्री पर सीएमओ के अपहरण का आरोप है। इस घटना से सीएमओ का परिवार खौफ में जी रहा है और परिवार मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव से मिलकर गुहार लगा सकता है। उधर, मंत्री ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है।

गौरतलब है कि बीते दिनों मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के राजस्व एवं पुनर्वास राज्यमंत्री विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह ने अपने पसंदीदा लोगों को अनुबंध पर रखे जाने वाले डाक्टरों की सूची में शामिल करने से मना किए जाने पर गोंडा के सीएमओ डाक्टर एसपी सिंह को अगवा करा लिया था। वहीं, पंडित सिंह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे उनकी छवि खराब करने की राजनीतिक साजिश करार दिया है।

गौर हो कि यूपी सरकार ने गुरुवार को गोंडा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को सूबे के एक राज्यमंत्री द्वारा कथित रूप से अगवा किए जाने संबंधी मीडिया रिपोर्टों को गंभीरता से लेते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए।

प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अहमद हसन ने बताया कि गोंडा के सीएमओ को सूबे के राजस्व एवं पुनर्वास राज्यमंत्री विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह द्वारा कथित रूप से अगवा किए जाने की मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए सरकार ने इसकी जांच के लिए अपर स्वास्थ्य निदेशक की अगुवाई में दो सदस्यीय समिति गठित की है। समिति से अपनी रिपोर्ट कल तक देने को कहा गया है।

सरकार के सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सत्तारूढ़ दल समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने भी इस मामले से जुड़ी मीडिया की खबरों को गंभीरता से लिया है।

समाचारों के अनुसार सीएमओ ने राज्यमंत्री से कहा था कि संविदा डाक्टरों की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और वह अब कुछ नहीं कर सकते। इससे आगबबूला हुए पंडित सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी को जबरन अपने वाहन में लाद लिया और उन्हें स्वास्थ्य विभाग में तैनात दो लिपिकों मनोज कुमार और संजय गुप्ता के मकान में ले गए। बाद में डाक्टर सिंह और दोनों लिपिकों को पहले तो सीएमओ के शिविर कार्यालय में लाया गया और फिर उन्हें राज्यमंत्री के घर ले जाया गया जहां उनसे कथित रूप से संविदा डाक्टरों की भर्ती की नई सूची तैयार करने को कहा गया।

First Published: Friday, October 12, 2012, 09:44

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