यूपीए समन्वय समिति की बैठक के बाद तेलंगाना पर होगा फैसला

यूपीए समन्वय समिति की बैठक के बाद तेलंगाना पर होगा फैसला

यूपीए समन्वय समिति की बैठक के बाद तेलंगाना पर होगा फैसलानई दिल्ली : कांग्रेस की ओर से इन संकेतों के बीच कि जटिलताओं के बावजूद पृथक तेलंगाना राज्य के गठन का काम एक तरह से पूरा होने के करीब है, मुद्दे पर चर्चा के लिए संप्रग की समन्वय समिति की 31 जुलाई को बैठक बुलाई गई है।

राज्य के वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने कहा कि पृथक राज्य के गठन का काम एक तरह से पूरा हो जाने के करीब दिखाई देता है, लेकिन पार्टी इससे जुड़ी जटिलताओं के समाधान पर विचार करेगी।

समन्वय समिति की बैठक के बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक होने की भी उम्मीद है।

शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व अब जहां तेलंगाना के गठन के पक्ष में प्रतीत हो रहा है, वहीं शेष आंध्र प्रदेश के कांग्रेस सांसदों ने राज्य के किसी भी बंटवारे का विरोध किया है। पार्टी के तेलंगाना क्षेत्र के एक सांसद ने कहा था कि सरकार को फैसले पर आगे बढ़ना चाहिए।

केंद्रीय मंत्रियों एमएम पल्लम राजू, केएस राव, चिरंजीवी और डी पुरंदेश्वरी (आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके से ताल्लुक रखने वाले) तथा के. बापिराजू और अनंतरामी रेड्डी सहित तेलंगाना विरोधी छह सांसदों ने आंध्र प्रदेश को एकीकृत रखने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी।

सांसदों ने प्रधानमंत्री को बताया कि यदि आंध्र प्रदेश को विभाजित किया जाता है तो न सिर्फ राज्य के लिए, बल्कि समूचे देश के लिए इसके प्रतिकूल परिणाम होंगे। बैठक के बाद राव ने कहा कि राज्य को बांटने का कोई भी फैसला समस्याएं खड़ी करेगा। यह न तो लोगों और न ही आंध्र प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के हित में होगा।

बापिराजू ने कहा था कि प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को बताया कि तेलंगाना का गठन महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में समस्याएं पैदा करेगा जहां पृथक राज्यों के गठन की मांगें उठ रही हैं। (एजेंसी)

First Published: Sunday, July 28, 2013, 15:57

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