Last Updated: Sunday, February 10, 2013, 10:00
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोअहमदाबाद : नरेंद्र मोदी का गुजरात और गुजरात का विकास मॉडल पर दुनिया के तमाम विकसित देशों की नजर है। यूरोपियन संघ ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को इस साल नवंबर में संघ की राजधानी ब्रुसेल्स में होने वाली संसद व अंतरराष्ट्रीय बिजनेस समिट का निमंत्रण भेजा है। इसमें समिट में दुनिया के 27 देशों के प्रतिनिधि शिरकत करने वाले हैं। इससे पहले मई महीने में नरेंद्र मोदी के लंदन जाने की भी चर्चा है।
यूरोपियन संघ ने नवंबर में ब्रुसेल्स में होने वाली यूरोपियन संसद व यूरोपियन बिजनेस समिट में शिरकत करने के लिए नरेंद्र मोदी को न्यौता दिया है। इससे पहले स्काइपे वीडियो तकनीक के जरिए एक अध्यात्मिक परिषद में मोदी यूरोपियन यूनियन के कई आला नेताओं के साथ पर्यावरण, अध्यात्म व सौर ऊर्जा जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा कर चुके हैं। वाइब्रेंट गुजरात में हिस्सा लेने वाले ब्रिटिश व यूरोपियन यूनियन का प्रतिनिधिमंडल मोदी की कार्यशैली व गुजरात के विकास मॉडल से अभिभूत है। मालूम हो कि गुजरात चुनाव से पहले ब्रिटिश उच्चायुक्त जेम्स बेवन की मोदी से गांधीनगर में मुलाकात तथा उसके बाद 50 कंपनी व 70 प्रतिनिधियों के काफिले के साथ वाइब्रेंट गुजरात में बेवन की शिरकत ने मोदी व गुजरात के लिए दुनिया के द्वार खोल दिए हैं।
मालूम हो कि इससे पहले गुजरात दंगों की आड़ में ब्रिटेन और यूरोपियन संघ ने गुजरात के साथ नीतिगत संबंध तोड़ लिए थे। यहां तक कि नरेंद्र मोदी को अछूत और संदेह की नजरों से देखा गया। दंगों की वजह से मोदी को लेकर यूरोपीय संघ के मन में गांठ थी। लेकिन पिछले एक दशक में दंगा पीड़ितों को त्वरित न्याय मिलने तथा मुख्य आरोपी पूर्व मंत्री मायाबेन कोडनानी, विहिप नेता बाबू बजरंगी आदि को सजा होने को यूरोपियन संघ एक सकारात्मक बदलाव के नजरिए से देख रहा है।
आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने बेंगलुरु में कॉरपोरेट संस्कृति व अध्यात्मिक भारत विषय पर अंतरराष्ट्रीय अध्यात्म परिषद रखी थी, जिसमें मोदी ने स्काइपे वीडियो तकनीक के जरिए यूरोपियन संसद की पर्यावरण व खाद्य सुरक्षा समिति के अध्यक्ष जॉय लिनेन, ब्रिटिश कंजर्वेटिव पार्टी के निर्ज देवा, बेल्जियम सीनेट की मानद प्रमुख एन्नेमेरी लिजिन, रूसी सांसद ब्लादीसल्व युर्चिक तथा साइबेरिया की संसदीय सभा की सदस्य वालेरी सार्जेएन्को के साथ चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने रूसी सांसद से गुजरात के साथ अस्ट्रा खान के जमाने के संबंधों की याद दिलाते हुए कहा कि गुजरात व रूस के बीच एक पुराना नाता रहा है।
First Published: Sunday, February 10, 2013, 09:53