Last Updated: Thursday, June 27, 2013, 18:25

बैंगलुरू: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को भाजपा में वापस लाने की कोशिशें तेज हो गयी हैं । भाजपा का एक तबका येदियुरप्पा को फिर से पार्टी में लाने की पुरजोर वकालत कर रहा है । इस तबके की दलील है कि येदियुरप्पा को भाजपा में वापस लाने से 2014 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की संभावनाएं काफी बेहतर हो जाएंगी ।
पूर्व मुख्यमंत्री डी वी सदानंद गौड़ा की अगुवाई में भाजपा के कई नेताओं ने गुरुवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद जोशी से मुलाकात की और येदियुरप्पा को फिर से पार्टी में लाने के मुद्दों पर चर्चा की । भाजपा से नाता तोड़ने के बाद येदियुरप्पा ने कर्नाटक जनता पक्ष (केजेपी) नाम की एक पार्टी बना ली थी और अभी इसके अध्यक्ष हैं ।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि पूर्व मंत्री अरविंद लिंबावली, उमेश कट्टी और बासवराज बोम्मई ने इस बाबत अपने नजरिये से जोशी को अवगत करा दिया है ।
मई में होने वाले विधानसभा चुनावों में येदियुरप्पा को 10 फीसदी वोट हासिल हुए जिससे सत्ताधारी भाजपा को जबर्दस्त नुकसान हुआ । हालांकि, 10 फीसदी वोट मिलने का येदियुरप्पा को कोई फायदा नहीं हो पाया । जोशी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश भाजपा नेताओं के एक तबके ने इस मामले पर अपना नजरिया पेश किया है और मैं थावर चंद गहलोत (कर्नाटक में पार्टी के प्रभारी) के जरिए इससे भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह तथा पार्टी आलाकमान को अवगत कराने जा रहा हूं । आगे का कदम केंद्रीय नेतृत्व के फैसले पर निर्भर करेगा ।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि येदियुरप्पा की भाजपा में वापसी पर पार्टी की कोर कमेटी 29 जून को फैसला करेगी । भाजपा में येदियुरप्पा की वापसी पर चर्चा करने के लिए यह पार्टी नेताओं की पहली औपचारिक बैठक थी । इन नेताओं ने पिछले हफ्ते पार्टी सांसद डी बी चंद्र गौड़ा के आवास पर मुलाकात की थी । बैठक में येदियुरप्पा को भाजपा में वापस लाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की गयी थी । (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 27, 2013, 18:25