Last Updated: Monday, December 10, 2012, 11:00

ज़ी न्यूज ब्यूरो
बेंगलुरु: लिंगायत समुदाय के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की कर्नाटक जनता पार्टी की लांचिंग और उनके द्वारा कई बीजेपी विधायकों के समर्थन के दावे व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार से बहुमत साबित करने की चुनौती के एक दिन के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आलाकमान अब कनार्टक विधानसभा को भंग करने की संस्तुति के मद्देनजर विचार कर रहा है। ऐसा येदियुरप्पा की चुनौती को जवाब देने के लिए किया जा रहा है। कर्नाटक की जगदीश शेट्टार सरकार की स्थिरता पर संकट के बादल छा गए जब सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 13 विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के निर्देशों की अवहेलना करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बी.ए. येदियुरप्पा की रैली में उपस्थित हुए।
सोमवार को कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया कि येदियुरप्पा की पार्टी (केजीपी) की लांचिग के मौके पर बीजेपी के 13 विधायक और कई पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। पार्टी की लांचिग से पहले 21 बीजेपी विधायकों ने दियुरप्पा के आवास पर ब्रेकफास्ट मीटिंग में शरीक हुए। इतनी बड़ी संख्या में विधायकों और कार्यकर्ताओं के समर्थन से उत्साहित होकर येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार को विधानसभा भंग करने और जनता का सामना करने की चुनौती दी। इस घटनाक्रम से भाजपा सरकार पर अस्थिरता का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि उसके 13 विधायकों ने पार्टी लाइन को दरकिनार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री का समर्थन किया।
येदियुरप्पा ने अपनी पार्टी कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) की घोषणा के अवसर पर आयोजित विशाल रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री में हिम्मत है तो मेरे समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करें। नहीं तो उन्हें इस्तीफा देकर जल्द चुनाव कराने के लिए विधानसभा भंग कर देनी चाहिए। येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार की निंदा की और फिर से जनादेश पाने की चुनौती दी। येदियुरप्पा ने कहा कि शेट्टार की सरकार उनके समर्थकों के बलबूते चल रही है और 50 से 60 भाजपा विधायक उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
बीजेपी के विधायकों के येदियुरप्पा के साथ आने से कर्नाटक में राजनीतिक संकट गहरा गया है और शेट्टार सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। शेट्टार ने हालांकि इन चुनौतियों को खारिज कर दिया और कहा कि उनकी सरकार के पास पर्याप्त बहुमत है।
उधर, भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री की चुनौती को नकारते हुए रैली में शामिल विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। राज्य में विधानसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई तक प्रस्तावित है। केजेपी का अध्यक्ष पद ग्रहण करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को रैली में शामिल 14-18 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
येदियुरप्पा ने रैली में कहा कि मुझे अभी सूचना मिली है कि जिन 14 से 18 विधायकों ने रैली में हिस्सा लिया था उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इस परिस्थिति में मैं शेट्टार से कहूंगा कि वह इस्तीफा दे दें क्योंकि उनके पास बहुमत नहीं है। शेट्टार ने हुबली में येदियुरप्पा की चुनौती को खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार के पास बहुमत है। उन्होंने कहा कि भाजपा के 10 से 12 विधायक केजेपी की रैली में मौजूद थे और पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लेगी। इससे पहले भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के.एस. ईश्वरप्पा ने शिमोगा में कहा कि पार्टी इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय बुधवार को लेगी।
यदि भाजपा रैली में भाग लेने वाले विधायकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करती है तो 225 सदस्यीय विधानसभा में शेट्टार सरकार अल्पमत में आ जाएगी।
First Published: Monday, December 10, 2012, 11:00