यौन उत्‍पीड़न में आकाशवाणी के दो अधिकारी निष्कासित

यौन उत्‍पीड़न में आकाशवाणी के दो अधिकारी निष्कासित

नई दिल्ली : आकाशवाणी में महिला प्रस्तोताओं के यौन उत्पीडन के आरोपों पर कड़ाई से संज्ञान लेते हुए प्रसार भारती ने दो कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दीं जबकि एक को निलंबित किया और अपने दिल्ली केन्द्र के प्रमुख को कारण बताओ नोटिस भेजा है।

वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रस्तोताओं के आरोपों से संबंधित सामग्री पर गौर किये जाने के बाद प्रसार भारती ने यह कार्रवाई की। प्रस्तोताओं का प्रतिनिधित्व ‘एआईआर ब्राडकास्टिंग प्रोफेशनल्स एसोसिएशन’ ने किया। प्रसार भारती के सदस्य कार्मिक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) वीएएम हुसैन ने सीईओ जवाहर सरकार की मंजूरी के साथ सोमवार को यह आदेश जारी किया। इस आदेश में कहा गया कि यह संवेदनशील मुद्दा है और इसने राष्ट्रीय प्रेस में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रसारक की खराब छवि बनाई है जो दुख की बात है क्योंकि हम करदाताओं द्वारा संचालित होते हैं।

आदेश में दो कर्मचारियों का नाम शामिल है जिनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं। आदेश में कहा गया कि उन्हें तत्काल प्रभाव से ड्यूटी से निष्कासित करने की आवश्यकता है और निर्देश दिया गया कि उन्हें भविष्य के किसी भी कार्यभार के लिए प्रतिबंधित किया जाए। आदेश में शिकायतों पर उचित तरीके से कदम नहीं उठाने पर आकाशवाणी एफएम के प्रभारी और चैनल में निगरानी, कार्यभार और प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारी संभालने वाले एक अधिकारी को निलंबित किया गया है। प्रसार भारती ने यह निर्देश भी दिया है कि उसके दिल्ली केंद्र के प्रमुख को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए जिन्हें कर्मचारियों या प्रस्तोताओं ने निजी रूप से या मौखिक रूप से इस मामले के संबंध में सूचित किया और ऐसा लगता है कि अधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की।

यह आदेश आकाशवाणी के महानिदेशक डीजी मांडलोइ को भेजा गया जिसमें कहा गया कि सभी महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के संबंध में दिशानिर्देशों के कड़ाई से पालन के लिए लिखित में जरूरी निर्देश दिये जाएं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, April 17, 2013, 20:26

comments powered by Disqus