यौन शोषण केस: राघवजी की जमानत अर्जी पर सुनवाई आज

यौन शोषण केस: राघवजी की जमानत अर्जी पर सुनवाई आज

यौन शोषण केस: राघवजी की जमानत अर्जी पर सुनवाई आज ज़ी मीडिया ब्‍यूरो

भोपाल : अपने नौकर के कथित रूप से यौन शोषण के आरोप में मध्य प्रदेश का वित्त मंत्री पद गंवाने वाले राघवजी की मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 22 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। राघवजी की जमानत पर बुधवार को सुनवाई होगी। यदि इस केस में राघवजी दोषी साबित होते हैं तो उन्‍हें दस साल की सजा हो सकती है।

इससे पहले, पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) उपेन्द्र जैन ने बताया कि पुराने शहर के कोहेफिजा इलाके में स्थित एक अपार्टमेंट के फ्लैट पर छापा मारकर गिरफ्तार किए गए पूर्व वित्त मंत्री राघवजी को दोपहर में चिकित्सकीय परीक्षण के लिए हमीदिया अस्पताल ले जाया गया। राघवजी को शाम में भोपाल के मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी (सीजेएम) संजय कुमार पाण्डे की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने राघवजी को 22 जुलाई तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।

राघवजी के वकील पुरूषोत्तम पंजवानी ने बताया कि अदालत को उनके मुवक्किल की खराब सेहत के बारे में बताया गया, जिस पर सीजेएम पाण्डे ने भोपाल की केन्द्रीय जेल प्रबंधन को जेल में उन्हें समुचित चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। पंजवानी ने बताया कि राघवजी की जमानत को लेकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुषमा खोसला की अदालत में आवेदन दिया गया है, जिसकी आज सुनवाई होगी।

अदालत की कार्यवाही पूरी होने के बाद राघवजी को पुलिस वाहन में भोपाल के केन्द्रीय जेल भेज दिया गया है। इससे पहले पुलिस ने ‘मोबाइल लोकेशन’ के आधार पर पुराने शहर के कोहेफिजा इलाके में ‘राशिप्रभा अपार्टमेंट’ के एक फ्लैट पर छापा मारकर राघवजी को गिरफ्तार किया था। पुलिस जिस समय इस फ्लैट पर पहुंची, तो वहां ताला लगा हुआ था, पुलिस ने ताला तोड़कर राघवजी को गिरफ्तार किया और हबीबगंज पुलिस थाने पर उनकी गिरफ्तारी की औपचारिकता पूरी करने के बाद हमीदिया अस्पताल में उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया और फिर उन्हें सीजेएम की अदालत में पेश किया।

उल्लेखनीय है कि गत पांच जुलाई की सुबह राघवजी का नौकर राजकुमार दांगी अपने सहयोगी घनश्याम कुशवाह के शपथपत्र के साथ एक शिकायती पत्र लेकर हबीबगंज पुलिस थाने पहुंचा था। इसके तत्कालीन वित्त मंत्री राघवजी पर उसने यौन शोषण का आरोप लगाया था।

राघवजी को लेकर इस समूचे घटनाक्रम ने प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा को असहज स्थिति में ला खड़ा किया है, क्योंकि चार माह बाद नवंबर में राज्य में विधानसभा के चुनाव होना हैं और पार्टी इस बार सत्ता की ‘हैट-ट्रिक’ लगाने के प्रयास में जुटी है।

First Published: Wednesday, July 10, 2013, 10:13

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