Last Updated: Sunday, February 17, 2013, 14:25
जयपुर : राजस्थान में इस साल के अंत में दो सौ सदस्यीय विधान सभा के चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गयी हैं। राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस पिछले महीने जयपुर में सम्पन्न हुए चिंतन शिविर और भाजपा वसुंधरा राजे की प्रदेश अध्यक्ष पद पर ताजपोशी के बाद चुनाव तैयारियों में जुट गयी है।
राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने सत्ता पर काबिज रहने के लिए प्रदेश और संप्रग सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लाभान्वितों को पहुंचाने और 21 फरवरी से शुरू हो रहे राजस्थान विधान के बजट सत्र में प्रदेशवासियों को अधिक से अधिक राहत देकर चुनावी बिगुल बजाने का फैसला किया है।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस महासचिव पुखराज पाराशर ने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में तीन दिवसीय चिन्तन शिविर के समापन के साथ ही कार्यकर्ता विधान सभा चुनाव में भारी बहुमत से फिर से सरकार बनाने में जुट गए हैं। संगठन स्तर पर जिला सम्मेलन और राजनीतिक सम्मेलनों के माध्यम से कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम संगठन के तौर पर चुनाव के लिए तैयार हैं। पार्टी के राष्ट्रीय नेता मिस्त्री दो दिन पहले ही जयपुर में रहकर पदाधिकारियों से मिलकर फीडबैक लेकर गए हैं।
उधर, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि पार्टी विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए जी जान से जुट गयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी प्रदेश के कांग्रेस शासन और केन्द्र की संप्रग सरकार से दुखी हैं, मंहगाई से लोग त्रस्त हैं, पेट्रोल और डीजल की दरों में निरंतर वृद्धि से मंहगाई लगातार बढ़ रही है। भाजपा सूत्रों ने कहा कि तीन साल से अधिक समय से आन्तरिक मतभेद से जूझ रहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ताजपोशी होने के बाद आगामी विधान सभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए संगठनात्मक ढांचे में शीघ्र फेरबदल होगा। राजे की प्रदेशव्यापी यात्रा को लेकर विचार विमर्श चल रहा है और शीघ्र ही तिथि तय होगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि बैठकें होती हैं तो उसका परिणाम भी निकलेगा। जो कार्य मुझे सौंपा गया है उसे करने का प्रयास कर रहा हूं। पूर्व सांसद लखावत ने वसुंधरा राजे की प्रस्तावित यात्रा और विधान सभा चुनाव तैयारियों पर बोलने से बचते हुए कहा कि सब कुछ शीघ्र ही सामने आ जाएगा। भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी का ध्यान फिलहाल आगामी विधान सभा के बजट सत्र पर केन्द्रित है। भाजपा संगठन और भाजपा विधायक दल कांग्रेस सरकार को सदन के बाहर और सदन के अंदर घेरने के लिए रणनीति तय करेगा।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव प्रकाश करात ने आगामी विधान सभा चुनाव में विधान सभा की 200 में से 35 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर राज्य में अपनी ताकत को और मजबूत करने का संकेत दिया है। राज्य विधान सभा में अभी माकपा के तीन सदस्य हैं। करात ने केन्द्र और राज्य में तीसरे विकल्प की संभावना बताते हुए कहा कि तीसरे विकल्प की संभावनाएं तलाश की जा रही हैं।
बहुजन समाजवादी पार्टी और समाजवादी पार्टी ने भी इस साल के अंत तक होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारियों की शुरूआत करते हुए जयपुर में गत महीने रैलियां आयोजित कर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के संकेत दिए हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 17, 2013, 14:25