रिहाई पर माओवादी समर्थित संगठन की शर्तें - Zee News हिंदी

रिहाई पर माओवादी समर्थित संगठन की शर्तें

कोरापुट :  बीजद विधायक जीना हिकाका की रिहाई की खातिर ओड़िशा सरकार द्वारा वार्ता के लिए आमंत्रित किए जाने के तीन दिन बाद माओवादी समर्थित चासी मुलिया आदिवासी संघ ने सोमवार को कहा कि अगर उसकी कुछ शर्तें मान ली जाएं तो वह बातचीत में भाग लेने के लिए तैयार है।

 

हिकाका की रिहाई के लिए बातचीत में शामिल होने की शर्त रखते हुए गुट के प्रमुख नचिका लिंगा लिंगा ने एक बयान में मीडिया से कहा कि उनके के खिलाफ सभी दाखिल मामले वापस लेने होंगे, गुट के जेल में बंद सभी सदस्यों को रिहा करना होगा और माओवादियों के खिलाफ अभियान स्थगित करना होगा। नचिका 2009 से फरार है।

 

नचिका ने आरोप लगाया कि गुट के कई सदस्यों को झूठे मामलों में फंसाकर कोरापुट जेल में रखा गया है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें मान ली जाए तो संघ 37 वर्षीय विधायक की रिहाई के लिए मध्यस्थता करेगा। उन्होंने कहा कि उनकी मांगें मान ली जाने पर संगठन आदिवासियों के विभिन्न संगठनों से बातचीत करेगा और उसके बाद सरकार से बातचीत की जाएगी।

 

राज्य सरकार ने नचिका की शर्तों पर अभी तक प्रतिक्रिया नहीं दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुट के नेता के बयान को हमने देखा है और इस पर गौर किया जा रहा है।

 

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने माओवादियों द्वारा नामित मध्यस्थों बी डी शर्मा और दंडपाणि मोहंती के हट जाने के बाद इस संगठन को आमंत्रित किया था। इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इटली के टूर आपरेटर पाओलो बोसुस्को की रिहाई के लिए अनौपचारिक प्रयास किए जा रहे हैं।

 

माओवादियों ने 14 मार्च को पाओलो और इटली के पर्यटक क्लाउडियो कोलनगेलो का अपहरण कर लिया था। बाद में क्लाउडियो को रिहा कर दिया गया था।  (एजेंसी)

First Published: Monday, April 2, 2012, 16:30

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