रेप पीडि़ता का पुलिस ने उड़ाया माखौल - Zee News हिंदी

रेप पीडि़ता का पुलिस ने उड़ाया माखौल



कोलकाता : सेंट्रल कोलकाता में एक एंग्‍लो-इंडियन महिला के साथ कथित तौर पर दुष्‍कर्म हुआ। दुख की बात यह है कि पीडि़त महिला ने फेसबुक के जरिए उस आरोपी बलात्‍कारी को पहचान भी लिया, लेकिन पुलिस ने बजाय मदद करने के उसका माखौल उड़ाया। उक्‍त महिला के साथ रेप की यह घटना उस समय हुई, जब वह पार्क स्‍ट्रीट स्थित एक नाइट क्‍लब से लौट रही थी।

 

पहले लिफ्ट देने के नाम पर महिला को कार में बैठाया और फिर दुष्कर्म कर उसे निर्वस्त्र कर चलती गाड़ी से फेंक दिया। हैरत की बात यह है कि शिकायत के एक सप्ताह बाद भी पुलिस दुष्कर्मियों तक नहीं पहुंच पाई, जिसे लेकर पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दुष्कर्म की शिकार 37 वर्षीया महिला एस. जार्डन का कहना है कि पांच फरवरी की रात को वह अपने एक दोस्त के साथ पार्क स्ट्रीट के एक बार में गई थी। वहां से फिर नाइट क्लब में चली आई। उस जगह पर उसकी मुलाकात लूवी किदवानी से हुई। रात करीब एक बजे लूवी ने उसे कार से घर छोड़ने का प्रस्ताव दिया। वह लूवी और उसके तीन दोस्तों के साथ रवाना हो गई।

 

नाइट क्लब से कार में निकलने के बाद रास्ते में उसके साथ उन लोगों ने छेड़खानी शुरू कर दी। उसी दौरान उसमें से एक युवक ने जबर्दस्ती शुरू कर दी। उसने जब शोर मचाने की कोशिश की तो उसे मुंह बंद रखने की धमकी दी गई। इसके बाद उसने करीब दो घंटे तक सुनसान सड़क पर कार में उक्त एंग्लो इंडियन महिला के साथ दुष्कर्म करता रहा। घटना के चार दिन बाद महिला ने सराफत अली, अजहर अली, लूवी किदवानी और सलमान को आरोपी बताते हुए नौ फरवरी को प्राथमिकी दर्ज कराई। घटना के एक सप्ताह बीतने के बाद भी अब तक पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है।

 

महिला द्वारा लिखित शिकायत पार्क स्ट्रीट थाने में दर्ज कराने के एक सप्ताह बाद उसकी मेडिकल जांच कराई गई। जार्डन का कहना है कि वारदात के बाद उसे अर्धनग्न हालत में एक्साइड क्रासिंग के निकट चलती कार से सड़क पर फेंक दिया गया। जार्डन का आरोप है कि जब वह थाने गई तो शिकायत दर्ज करने व एफआईआर की कापी देने में पुलिस वालों ने आनाकानी की। यहां तक कुछ पुलिस कर्मियों ने उन पर फब्ती भी कसी। महिला ने खुद फेसबुक से अभियुक्तों की तस्वीर निकालकर पुलिस को सौंपा है। इसके बावजूद पुलिस उन लोगों को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

 

संयुक्त आयुक्त दमयंती सेन ने बताया कि इस मामले की जांच जारी है और सूजी द्वारा दी गई तस्वीर के आधार पर अभियुक्तों को खोजा जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि थाने में पीडि़त महिला के साथ बदसलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी जांच हो रही है और आरोप साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी।

First Published: Thursday, February 16, 2012, 13:08

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