Last Updated: Thursday, August 2, 2012, 16:49
हैदराबाद: रेलवे ने नई दिल्ली-चेन्नई तमिलनाडु एक्सप्रेस में सोमवार को हुए अग्निकांड की गुरुवार को जांच शुरू कर दी। आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के नजदीक हुए इस हादसे में 32 यात्री मारे गए थे।
रेलवे सुरक्षा आयुक्त (साउथ सेंट्रल सर्किल) दिनेश कुमार सिंह ने नेल्लोर रेलवे स्टेशन पर हादसे के सम्बंध में लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। वह घटना के समय ड्यूटी पर मौजूद रहे रेलवे कर्मचारियों व प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रहे हैं। पूछताछ व सुनवाई शुक्रवार तक जारी रहेगी।
हादसे के बाद लगातार तीसरे दिन फोरेंसिक विशेषज्ञों ने आग की चपेट में आई एस-11 बोगी की जांच की। आग लगने की वजह अब तक रहस्य बनी हुई है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि उन्होंने सोमवार तड़के 4.30 बजे के आसपास बोगी के आग की चपेट में आने से पहले एक विस्फोट की आवाज सुनी थी।
कुछ जिला अधिकारियों का कहना है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से यह आग लगी। आग कुछ मिनटों में ही पूरी बोगी में फैल गई थी इसलिए सुरक्षा अधिकारियों ने तोड़-फोड़ की सम्भावना से इंकार नहीं किया है।
मारे गए लोगों की संख्या को लेकर भ्रम बना हुआ है। अधिकारियों ने शुरुआत में 32 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की थी लेकिन बाद में कहा कि बोगी से केवल 28 शव मिले।
अधिकारियों ने 21 शवों की पहचान कर उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया है। बाकी के शव नेल्लोर के अस्पताल में रखे गए हैं। सात शव बुरी तरह जले हुए हैं इसलिए अधिकारी उनकी पहचान के लिए डीएनए जांच की योजना बना रहे हैं।
First Published: Thursday, August 2, 2012, 16:49