Last Updated: Saturday, October 6, 2012, 17:47

पूर्णिया : राजद के लालू प्रसाद और राबडी देवी की पूर्ववर्ती सरकार की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि ‘पति-पत्नी’ की सरकार (लालू-राबड़ी राज) ने तो बिहार को खंडहर में तब्दील कर दिया था।
बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा के लिए अधिकार यात्रा के क्रम में पूर्णिया में जनसभा करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाम लिए बिना राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की आलोचना करते हुए कहा, ‘पति-पत्नी की सरकार ने तो अपने कार्यकाल के दौरान बिहार को खंडहर में तब्दील कर दिया था। लालू जी जिस सड़क पर परिवर्तन यात्रा के लिए निकले हैं उसे हमने ही बनाया है।’ बीते दिनों अपनी सभाओं के दौरान हिंसा और तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।
जिला मैदान में सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार सभी को है। लोकतंत्र में शांति से आलोचना का अधिकार सभी को है। अभिव्यक्ति की आजादी हमारे नागरिकों का संविधान प्रदत्त अधिकार है। यह आलोचना यदि अपशब्द का रूप ले लेती है तो दुखद स्थिति है।’ बिहार में सुशासन पर सवाल उठाने वाले भाजपा के सांसद उदय सिंह की वेदना रैली की भी नीतीश ने परोक्ष रूप से कड़ी आलोचना की।
वेदना रैली पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा, ‘मेरी आलोचना करना आजकल फैशन बन गया है। किसी के कुछ कहने से मेरा कुछ बिगड़ने वाला नहीं है। लोग आलोचना करते रहें, हमने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने का संकल्प लिया है।’ मुख्यमंत्री बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जन जागरण अभियान पर निकले हैं। विपक्षी दल इस अभियान को राजनीतिक हथकंडा बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र को अपना रवैया बदलना चाहिए। ‘लकीर का फकीर’ नहीं बने रहना चाहिए। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना चाहिए। कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित सभा के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी। लोगों को आसानी से सभा स्थल पर प्रवेश नहीं मिल पा रहा था। सभा स्थल पर किसी भी प्रकार से काले रंग का कपड़ा ले जाने की अनुमति नहीं थी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 6, 2012, 17:47