Last Updated: Friday, February 17, 2012, 13:01
लखीमपुर खीरी (उप्र.) : उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां क्षेत्र स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात लेखाकार महेन्द्र शर्मा के अपने सरकारी आवास पर संदिग्ध हालात में मृत पाये जाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग के छह अधिकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि शर्मा के परिजन मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।
शर्मा की मौत को एनआरएचएम घोटाले से जोड़ कर देखा जा रहा है, क्योंकि पिछले दिनों एक घटना में उनकी आलमारी तोड़ कर इस योजना से जुड़ी फाइलें गायब कर दी गई थीं। जिले के अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मलहोत्रा ने बताया कि शर्मा की संदिग्ध हालात में हुई मौत के सिलसिले में नगर पुलिस थाने पर जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. जेपी सिंह, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बलवीर सिंह, पसगवां प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डॉ. एससी गुप्ता, क्लर्क राजेश हंस, कुलदीप और मुन्ना लाल के विरुद्ध धारा 302 (हत्या) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि 7 फरवरी से लापता शर्मा (52) का खून से लथपथ शव बुधवार की रात स्टाफ क्वार्टर से बरामद किया गया था और उनके सिर तथा चेहरे पर गहरी चोटों के निशान पाए गए थे। उसके परिजन ने विभागीय अधिकारियों पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए उसकी हत्या की आशंका व्यक्त की थी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, February 17, 2012, 18:32