Last Updated: Tuesday, January 17, 2012, 08:35
इंदौर : मध्यप्रदेश में करोड़पति सरकारी कारिंदों के भंडाफोड़ का सिलसिला जारी है। लोकायुक्त पुलिस दस्ते ने श्रम कल्याण विभाग के एक निरीक्षक के ठिकाने पर मंगलवार को छापा मारा और उसकी बेहिसाब संपत्ति का खुलासा किया। इस संपत्ति का बाजार मूल्य करीब नौ करोड़ रुपए आंका जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक (लोकायुक्त) वीरेंद्र सिंह ने बताया कि श्रम कल्याण विभाग में बतौर निरीक्षक पदस्थ ब्रजेन्द्र शर्मा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार से बेहिसाब दौलत बनाने की शिकायत मिली थी। इस शिकायत पर यहां पराग नगर स्थित उसके घर पर छापा मारा गया। उन्होंने बताया कि छापों के दौरान इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और श्योपुर जिलों में सरकारी अधिकारी की बेहिसाब संपत्ति का बड़े पैमाने पर पता चला। इसमें चार मकान, दो भूखंड, तीन एकड़ कृषि भूमि, एक महंगी कार और करीब सवा तीन लाख रुपए के जेवरात शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छापों के दौरान शर्मा के ठिकाने से करीब 14 लाख 50 हजार रुपए मूल्य का घरेलू सामान और 61 हजार रुपए की नकदी मिली। उन्होंने बताया कि सरकारी अधिकारी ने एलआईसी की पॉलिसियों में करीब 12 लाख रुपए का निवेश किया है, जबकि उसके बैंक खातों में कम से कम चार लाख रुपए जमा हैं। उन्होंने बताया कि करीब 17 साल पहले सरकारी सेवा में आए अधिकारी के ठिकानों पर फिलहाल छापे जारी हैं। उसकी चल-अचल संपत्ति का विस्तृत मूल्यांकन किया जा रहा है। सिंह ने बताया कि शर्मा की संपत्ति की जांच के लिए लोकायुक्त पुलिस की एक टीम भोपाल भेजी गई है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 17, 2012, 22:44