Last Updated: Tuesday, February 7, 2012, 05:23
ज़ी न्यूज ब्यूरोअमेठी : उत्तर प्रदेश में चुनाव आयोग द्वारा एक आईएएस अधिकारी के तबादले के आदेश के बाद से बवाल मचा हुआ है। खबर है कि जिस आईएएस अधिकारी पवन सेन ने सोमवार को प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा का काफिला रोका था, उसे गोवा भेज दिया गया है।
हालांकि चुनाव आयुक्त ने दावा किया है कि तबादला पूर्व निर्धारित था। वाड्रा विवाद से इसका कोई लेना देना नहीं है। तबादले पर राजनीतिक तूफान मचता देख चुनाव आयोग ने अब तय किया है कि अमेठी में चुनाव खत्म होने तक पवन सेन गोवा नहीं जाएंगे।
अमेठी में प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के रोड शो रोकने की वजह से चुनाव पर्यवक्षेक पवन सेन के तबादले को लेकर चर्चा जोरों पर है। सोमवार को जिस वक्त रॉबर्ट वाड्रा के रोड शो को रोकने की खबर आई थी, उसके कुछ घंटों बाद ही यह खबर भी आई कि पवन सेन का तबादला कर दिया गया है। लखनऊ से लेकर दिल्ली तक मामले के तूल पकड़ने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ने दावा किया है कि तबादला पूर्व निर्धारित था।
मुख्य चुनाव आयुक्त वाईएस कुरैशी के मुताबिक, 'इस घटना से पहले ही सोमवार सुबह 11:30 बजे ही चुनाव आयोग की बैठक में पवन सेन के तबादले के बारे में फैसला ले लिया गया था। उन्हें प्रमोशन देकर गोवा भेजा जा रहा है।' 2005 बैच के आईएएस अधिकारी पवन सेन अभी अमेठी में पर्यवेक्षक के रूप में तैनात हैं।
विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब रॉबर्ट वाड्रा अमेठी के सलोन में बाइक के काफिले के साथ जा रहे थे। बाइक रैली के लिए जितनी संख्या की इजाजत मिली थी उससे कहीं ज्यादा बाइकें पहुंच गई। खुद वाड्रा भी बिना हेलमेट के बाइक पर सवार थे। जानकारी मिलने के बाद रास्ते में ही पर्यवेक्षक पवन सेन की मौजूदगी में एसडीएम ने रॉबर्ट वाड्रा का काफिला रोक दिया था।
First Published: Tuesday, February 7, 2012, 23:10