Last Updated: Friday, October 12, 2012, 11:41

कोलकाता : माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर ‘वामपंथियों से ज्यादा वामपंथी’ होने का आरोप लगाया है। खुदरा क्षेत्र में एफडीआई सहित सुधारों को लेकर सरकार पर हमले के कारण उन्होंने यह आरोप लगाया है। बहरहाल तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह एक सिद्धांतवादी रुख अपनाती है और वामपंथियों के साथ उसकी कोई प्रतियोगिता नहीं है।
माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य सलीम ने कहा कि यह अच्छा है कि वह (बनर्जी) अब विरोध कर रही हैं, लेकिन अपनी छवि से ज्यादा स्वच्छ बनने की कोशिश कर रही हैं। वह वामपंथियों से भी अधिक वामपंथी बनने का प्रयास कर रही हैं।
सलीम ने कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। यूरोप, दक्षिण अमेरिका और कई अन्य जगहों पर ऐसा प्रयास हुआ था ताकि वामपंथी संगठनों को खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह विचित्र स्थिति केरल में भी सामने आ रही है, जहां कांग्रेस नीत यूडीएफ एफडीआई नीति का विरोध कर रही है क्योंकि वामपंथी पार्टियों को रोकना उनकी बाध्यता है।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी कांग्रेस से ही आई हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1991 में पहली बार जब सुधार उपायों की घोषणा हुई थी तो उन्होंने उनका विरोध नहीं किया था। सलीम ने कहा कि यहां तक कि वर्ष 2002 में जब खुदरा क्षेत्र में एफडीआई का प्रस्तााव आया तो उन्होंंने विरोध नहीं किया था। यह अच्छा है कि अब वह सीख रही हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 12, 2012, 11:41