Last Updated: Friday, December 16, 2011, 07:47
नई दिल्ली: विदर्भ के जिलों में इस साल जनवरी से 15 नवंबर तक 209 किसानों ने आत्महत्या की है।
कृषि मंत्री शरद पवार ने शुक्रवार को राज्यसभा को बताया कि विदर्भ में वर्ष 2010 में 275 किसानों ने और 2009 में 273 किसानों ने आत्महत्या की।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र सरकार से मिली खबर के अनुसार, वर्ष 2001 से 30 नवंबर 2009 तक आत्महत्या करने वाले किसानो में से 11.39 फीसदी अनुसूचित जाति के, 8.02 फीसदी अनुसूचित जनजाति के, 16.06 फीसदी खानाबदोश और गैर अधिसूचित जाति के, 52.74 फीसदी अन्य पिछड़ा वर्ग के और 11.25 फीसदी अन्य किसान थे।
पवार ने हुसैन दलवई के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि विदर्भ के किसानों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार के पुनर्वास पैकेज के तहत 30 जून 2011 तक 4388.88 करोड़ रूपये जारी किए जा चुके हैं। इस पैकेज में ब्याज माफी, सिंचाई क्षमता से लेकर अन्य उपाय शामिल हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि वर्ष 2004.05 से 2011-12 तक कपास, बाजरा, ज्वार और सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पर्याप्त वृद्धि की गई है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 16, 2011, 13:18