Last Updated: Saturday, October 15, 2011, 15:07
रीवा (मप्र) : भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा की बेहतर कवरेज के लिए पत्रकारों को कथित रूप से नोट बांटे जाने का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि इसके उत्तर प्रदेश की सीमा से मध्यप्रदेश में दाखिल होने पर परिवहन कर नहीं चुकाने की खबर को लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया।
आडवाणी की रथयात्रा ने 13 अक्तूबर को उत्तर प्रदेश की सीमा से हनुमना बैरियर से मध्यप्रदेश में प्रवेश किया था। नियमानुसार बैरियर पर मप्र की सीमा में प्रवेश करने पर बस एवं अन्य वाहनों को कर चुकाना पड़ता है, लेकिन आरोप है कि ‘रथ’ और उसके काफिले में शामिल किसी भी वाहन द्वारा कर नहीं चुकाया गया।
इस रथयात्रा में आडवाणी जहां एक बस में स्वयं चल रहे हैं। इसके अलावा उनके कारवां में 23 इनोवा कारें भी रीवा आयीं थीं, लेकिन इनमें से कोई भी वाहन बैरियर पर नहीं रुका और सभी वाहन कथित रूप से बिना कर चुकाए मध्यप्रदेश में प्रवेश कर गए, जबकि नियमानुसार बस में सवार प्रति व्यक्ति 50 रुपये तथा टेक्सी कोटे की प्रति कार के लिए तीन सौ रुपये के हिसाब से कर अदा किया जाना था।
एआईएसएसएफ करेगा विरोधमोगा (पंजाब) : ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएसएफ) ने कहा है कि वह पंजाब में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा का विरोध करेगा क्योंकि उनकी यात्रा से राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ जाएगा। एआईएसएसएफ के अध्यक्ष करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने कहा कि हम आडवाणी को सांप्रदायिक समरसता को बिगाड़ने की अनुमति नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के खिलाफ एक अभियान की शुरूआत की जाएगी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, October 15, 2011, 20:38