Last Updated: Wednesday, April 10, 2013, 19:59
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने कहा है कि मंगलवार को योजना भवन के बाहर एसएफआई कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सलाह की अनदेखी की थी।
गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट में पुलिस ने कहा है कि ममता जब योजना आयोग पहुंच रही थीं, उन्होंने तय किया कि उनकी कार उसी गेट से भीतर जाएगी, जो उनके लिए खाली नहीं कराया गया था। खबर है कि पुलिस ने उन्हें आगाह किया कि मुख्य प्रवेश द्वार पर प्रदर्शनकारियों की भीड जमा है इसलिए उन्हें वीआईपी गेट से भीतर जाना चाहिए।
इस बारे में पूछे जाने पर ममता ने आज कहा कि बिल्कुल नहीं। आप क्या सोचते हैं, मैं भिखारी हूं। मैं अपना सिर कभी नहीं झुकाती। मैं खुद को वीआईपी (अतिविशिष्ट व्यक्ति) की बजाय एलआईपी (कम विशिष्ट व्यक्ति) मानती हूं। पुलिस का दावा है कि ममता जैसे ही अपनी कार से उतरकर भीतर गईं, मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल उनके चारों ओर घेरा बना लिया ताकि प्रदर्शनकारियों को अलग रखा जा सके। लेकिन ममता के साथ चल रहे वित्त मंत्री अमित मित्रा एक फाइल भूल गये थे और पीछे छूट गए।
प्रदर्शनकारियों (माकपा की छात्र इकाई स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया के कार्यकर्ता) ने मित्रा से धक्का मुक्की शुरू कर दी। प्रदर्शन के बाद ममता की तबियत भी बिगड गयी और उन्होंने कल शाम प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ होने वाली बैठक रद्द कर दी। साथ ही आज वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से मुलाकात भी रद्द कर दी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 10, 2013, 19:59