वृंदावन के कई मंदिरों में हुआ ‘कान्हा’ का अभिषेक

वृंदावन के कई मंदिरों में हुआ ‘कान्हा’ का अभिषेक

वृंदावन के कई मंदिरों में हुआ ‘कान्हा’ का अभिषेक
मथुरा : दुनिया भर के भक्तों के लिए भले ही द्वापर के अवतारी पुरूष भगवान श्रीकृष्ण को पूजा जाता हो, लेकिन ब्रज के कई मंदिरों में आज भी उन्हें एक नन्हा बालक की माना जाता है। भगवान कृष्ण की जन्म पर भाद्रपद कृष्ण अष्टमी के दिन मध्य रात्रि के समय अभिषेक कर जन्मोत्सव मनाया जाता है। वहीं, वृंदावन के कुछ मंदिरों में ठाकुर जी का अभिषेक दिन में ही किया जाता है।

ऐसी मान्यता है कि ‘लाला’ को रात में सोते समय जगाने से मां यशोदा नाराज हो जाएंगी। वे अपने नन्हे से नंदलाल की नींद में जरा सा भी व्यवधान डाला जाना पसंद नहीं करती। इसी परंपरा का निर्वाह करते हुए वृंदावन के ठा. राधारामण मंदिर, ठा. राधा-दामोदर मंदिर एवं शाह बिहारी मंदिर (टेढे खंमों वाले मंदिर के रूप में प्रसिद्ध) में आज सुबह नौ बजे से ग्यारह बजे के बीच विधि विधान से पंचामृत एवं तमाम प्राकृतिक जड़ी बुटियों से बने मिश्रण से अभिषेक कराया गया। (एजेंसी)

First Published: Friday, August 10, 2012, 17:51

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