Last Updated: Tuesday, March 13, 2012, 04:17
लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी के करीबी रहे नौकरशाह शशांक शेखर सिंह की राज्यसभा जाने की उम्मीदों को उस समय कड़ा झटका लगा जब पार्टी नेताओं के कड़े विरोध के कारण पार्टी सुप्रीमो मायावती ने उन्हें राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाने से इंकार कर दिया। बसपा सरकार में कैबिनेट सचिव रहे शशांक शेखर सिंह मायावती के सबसे करीबी नौकरशाहों में एक थे। विधानसभा चुनाव में बसपा की पराजय के बाद मायावती के साथ उनके राज्यसभा जाने की अटकलें लगातार जोर पकड़ रही थीं।
मॉल एवेन्यू स्थित पार्टी मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और नविनर्वाचित विधायकों की बैठक में मायावती ने सबका मन टटोलने के बाद कहा कि किसी नौकरशाह को पार्टी राज्यसभा प्रत्याशी नहीं बनाएगी। सूत्रों के अनुसार बैठक में विधायकों और पार्टी नेताओं ने शशांक शेखर सिंह के नाम पर आपत्ति जाहिर की। जिसके बाद मायावती ने यह फैसला लिया।
शशांक का पत्ता कटने के बाद अब ऐसी खबरें हैं कि मायावती के अलावा बसपा की तरफ से राज्यसभा के लिए दूसरा प्रत्याशी मुसलमान समुदाय से पार्टी संगठन से जुड़ा कोई नेता होगा। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए खाली हो रही 10 सीटों में विधायकों की संख्या के आधार पर बसपा दो नेताओं को राज्यसभा भेज सकती है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 13, 2012, 09:47