'शहला की हत्या जूनून में किया गया अपराध' - Zee News हिंदी

'शहला की हत्या जूनून में किया गया अपराध'



भोपाल : केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के एक आला अफसर का कहना है कि आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद हत्या मामला, अब तक की पड़ताल में ‘जुनून में किया गया अपराध’ लगता है, लेकिन इसके पीछे कोई ‘बड़ी साजिश’ है अथवा नहीं, यह अभी जांच का विषय है।

 

सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, अब तक की जांच से लगता है, शहला मसूद हत्या मामला मुख्य आरोपी जाहिदा परवेज द्वारा ‘जुनून में किया गया अपराध’ है, लेकिन इसमें कोई ‘बड़ी साजिश’ है अथवा नहीं, इसकी जांच की जा रही है।

 

उन्होने कहा कि यह भी तय हो गया है कि मुख्य आरोपी जाहिदा ने भाजपा विधायक ध्रुवनाराण सिंह से शहला की बढ़ती नजदीकियों की जलन की वजह से नामी बदमाश शाकिब डेंजर के जरिए हत्या की सुपारी दी और कानपुर से आए शूटर ने शहला की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या की सुपारी पांच लाख रूपये में तय हुई थी, लेकिन इसके बदले केवल तीन लाख रूपये दिए गए, शेष रकम को लेकर शाकिब द्वारा जाहिदा से लगातार मांग की जा रही थी।
शहला हत्या मामले की जांच कर रही लगभग 25 अफसरों की सीबीआई टीम को अब तक मिली सफलता की प्रशंसा करने तथा उसकी हौसला अफजाई के लिए सीबीआई निदेशक ए पी सिंह सोमवार रात भोपाल आए तथा मंगलवार सुबह नियमित उड़ान से दिल्ली लौट गए। उन्होने सीबीआई टीम को स्थानीय पुलिस से मिल रहे सहयोग की भी सराहना की तथा उन्हें पुरस्कृत करने तथा प्रशंसा पत्र देने का भी ऐलान किया है।

 

सीबीआई के आला अफसर ने कहा कि जांच टीम ने पड़ताल के दौरान लगभग नौ लाख ‘मोबाइल कॉल डिटेल’ को खंगाला और यह तफ्तीश इतनी गहरी थी कि यह तक पता चल गया कि हत्यारे ने 16 अगस्त 2011 की सुबह 11 बजकर 19 मिनट 30 सेकेण्ड पर अपनी पिस्तौल का ‘ट्रिगर’ दबाया था। उन्होने कहा कि तफ्तीश में यह सिद्ध हो गया कि जाहिदा ने शाकिब डेंजर के जरिए कानपुर के शूटर शानू ओलंगा को सुपारी दी थी और उसने ही गोली दागी, जबकि उसकी भी गत 30 नवंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसकी अभी जांच चल रही है कि उसकी हत्या गेंगवार का हिस्सा थी अथवा उसे इसी मामले में मरवाया गया है।

 

सीबीआई अफसर ने कहा कि शानू के साथ इरफान और एक अन्य आरोपी सलीम के होने की भी जानकारी मिलने पर हमने उत्तरप्रदेश एसटीएफ से संपर्क किया, जिसने इरफान को धरदबोचा, लेकिन सलीम की खोज जारी है। इरफान ने कबूल किया है कि शहला हत्या मामले में उसका हाथ है। उसे ट्रांजिट रिमाण्ड पर नौ मार्च को भोपाल लाया जा रहा है, जिससे सीबीआई टीम यहां पूछताछ करेगी।

 
एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि विधायक सिंह से पूछताछ का सिलसिला अभी जारी है और उन्हें अभी कोई ‘क्लीन चिट’ नहीं दी गई है। मामले में जाहिदा ने कई बार बयान बदले हैं, लेकिन यह तय हो गया है कि शहला की हत्या उसने ही कराई है। वह एक मनोरोगी और आसक्त महिला है।

 

सीबीआई अधिकारी ने कहा कि जाहिदा की डायरी से उजागर हुए तथ्यों में काफी दम है और डायरी में लिखी इबारत उसकी हस्तलिपि में ही है, इसकी विशेषज्ञों से जांच कराई गई है। यह पूछने पर कि हत्या करने के बाद कोई आरोपी इस तरह डायरी में सब बातें क्यों लिखेगा, उन्होने कहा कि जाहिदा को पूरा भरोसा था कि जांच में वह नहीं फंसेगी। यहां तक कि उसने जांच के पहले दिन से अखबारों में छप रही खबरों की क्लीपिंग्स अपनी फाइल में संजो रखी थी और उसने पूछताछ में बताया है कि जांच की दिशा को लेकर वह अपनी सहेली सबा फारूखी से बातचीत में हंसी उड़ाती थी। सीबीआई ने सबा को भी गिरफ्तार किया है।

 

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में सीबीआई के आला अधिकारी ने कहा कि जाहिदा का पुराना आपराधिक इतिहास भी है, उसके सताए जाने की वजह से अब्बास नामक एक व्यक्ति आत्महत्या तक कर चुका है। उन्होने कहा कि जितनी मासूम वह लगती है, उतनी है नहीं।

 

यह पूछने पर कि शहला हत्या मामले में विधायक सिंह एवं उनके मित्र संजय गुप्ता का कितना हाथ है, उन्होने कहा कि यह अभी जांच में है। यदि उनके खिलाफ सबूत मिले, तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है। उन्होने कहा कि अभी एक हथियार (पिस्तौल) मिला है, लेकिन उसका उपयोग हत्या में किया गया है अथवा नहीं, इसकी पड़ताल की जा रही है।

 

जाहिदा, शाकिब और सबा की पुलिस रिमांड अवधि मंगलवार को समाप्त हो रही है, क्या यह अवधि बढ़ाने के लिए सीबीआई अदालत से आग्रह करेगी, इस प्रश्न पर अधिकारी ने कहा कि इंदौर की विशेष सीबीआई अदालत से रिमांड अवधि बढ़ाने की अपील की जाएगी।

 

First Published: Tuesday, March 6, 2012, 15:03

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