Last Updated: Monday, July 22, 2013, 14:48
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच चल रही स्पर्धा और तेज हो गई है। चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा के लिए तैयार पोस्टरों से भाजपा चुनाव अभियान समिति के मुखिया मोदी नदारद हैं। यह यात्रा सोमवार से शुरू हो रही है।
पोस्टरों में पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और अटल बिहारी वाजपेयी को जगह दी गई है लेकिन पोस्टर में नरेंद्र मोदी को जगह नहीं दी गई है।
राज्य में तीसरी बार सत्ता में लौटने की जुगत में लगे चौहान इस यात्रा के जरिए 224 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगे। इसके लिए उन्हें करीब 8000 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे।
मोदी को हाल ही में भाजपा की प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया और उसके बाद से वह प्रमुख नेताओं की फेहरिस्त में शुमार हो गए है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने तो मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार तक कह दिया है। ऐसे में मोदी का राज्य इकाई के विज्ञापनों में गायब होना पार्टी के भीतर चल रही खटपट को उजागर कर जाता है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय विज्ञापनों में मोदी की अनुपस्थिति पर तर्क देते हैं कि जनआशीर्वाद यात्रा प्रदेश की है, लिहाजा इन विज्ञापनों में राज्य से जुड़े नेताओं के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी व लालकृष्ण आडवाणी को स्थान दिया गया है।
लेकिन अंदर की बात यह है कि मोदी और चौहान के बीच लम्बे समय से प्रतिद्वंद्विता बनी हुई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता आडवाणी चौहान को मोदी से बेहतर मुख्यमंत्री बता चुके हैं। मोदी विरोधी खेमा चौहान को विकल्प के तौर पर पेश करने की कोशिश करता रहा है। इस बीच मोदी को बड़ी जिम्मेदारी मिल गई, मगर चौहान से नाता रखने वाले इसे अब तक नहीं स्वीकार पाए हैं।
First Published: Monday, July 22, 2013, 14:43