Last Updated: Wednesday, December 26, 2012, 09:40

बेंगलुरु: भाजपा द्वारा बीएस येदियुरप्पा के समर्थकों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बीच कर्नाटक जनता पक्ष के अध्यक्ष ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। येदियुरप्पा ने यह भी संकेत दिया कि अब राज्य में जगदीश शेट्टार सरकार के अस्तित्व को बरकरार रखने के बारे में भी उन्हें कोई रुचि नहीं रह गई है।
भाजपा सरकार ने कल देर शाम येदियुरप्पा के दो वफादारों को राज्य संचालित संगठनों में उनके पदों से हटा दिया था। कैप्टन गणेश कार्णिक को अप्रवासी भारतीय समिति के उपाध्यक्ष पद तथा एम रूद्रेश को कांतिरवा स्टूडियोज लि. के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया।
पार्टी सूत्रों ने आज बताया कि येदियुरप्पा के कई अन्य वफादारों को राज्य संचालित बोडरें एवं निगमों से हटाया जाएगा, जिनकी राजनीतिक नियुक्तियां की गयी थी। उन्होंने कहा कि इन लोगों की जगह भाजपा के 16 विधायक और विधान पार्षद लेंगे। येदियुरप्पा ने मैसूर में संवाददाताओं के साथ बातचीत में ध्यान दिलाया कि उनके अधिकतर समर्थकों को बोर्ड एवं निगमों से हटा दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके वफादार बीजे पुत्तूस्वामी को मंत्रालय से हटा दिया गया और तुमकुर लोकसभा सदस्य जी एस बसवाराज को पूर्व में पार्टी से हटा दिया गया।
येदियुरप्पा ने कहा कि यह सब देखने के बाद हम पार्टी के नेताओं के साथ 8.10 दिनों में विचार करेंगे और तय करेंगे कि हमें क्या करना चाहिए। मेरा मन कहता है कि यह सरकार एक क्षण के लिए भी नहीं रहनी चाहिए क्योंकि इसने बहुमत गंवा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने इस माह के शुरू में हावेरी में जब अपनी पार्टी को औपचारिक रूप से शुरू करने करने की घोषणा एक रैली में की थी तो उस समय उनके साथ कम से कम 14 भाजपा विधायक मौजूद थे।
येदियुरप्पा ने कहा कि हम इसे (सरकार ने बहुमत गंवा दिया है) राज्यपाल के संज्ञान में लाएंगे। जब सरकार ने बहुत गंवा दिया है और जब वह हमारे समर्थकों के सहयोग से प्रशासन चलाने में इच्छुक नहीं है तो मुख्यमंत्री के पास बस यही विकल्प बचा है कि वह सदन भंग कर दें और नया जनादेश हासिल करें। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से यही कहना चाहता हूं कि आपके पास बहुमत नहीं है। विधानसभा भंग कर दीजिए और चुनाव का सामना कीजिए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 26, 2012, 09:40