Last Updated: Tuesday, September 17, 2013, 13:45
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई ने सूबे की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा को लेकर पार्टी पहले यह तय करे कि इसके मुखिया मुलायम सिंह यादव सच बोल रहे हैं या फिर राज्य के मंत्री आजम खान।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि आगरा में संपन्न हुई सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुलायम सिंह ने कहा था कि मुजफ्फरनगर में जो कुछ भी हुआ वह एक जातीय संघर्ष था। इसे दंगा नहीं कहा जा सकता। यह बात सपा की कार्यकारिणी में पारित हुए राजनीतिक प्रस्ताव में भी कही गई है।
पाठक ने कहा कि मुलायम के विपरीत मंत्री और मुजफ्फरनगर के प्रभारी आजम ने कहा है कि गुजरात के बाद मुजफ्फरनगर में हुआ दंगा देश का सबसे बड़ा दंगा है। उन्होंने कहा कि सपा पहले यह तय करे कि मुलायम का बयान सही है या फिर जो आजम कह रहे हैं वह सही है।
पाठक ने कहा कि मुजफ्फरनगर हिंसा को देश का सबसे बड़ा दंगा करार देने वाले आजम खान अपनी नैतिक जिम्मेदारियों से पीछे क्यों हट रहे हैं। जिले के प्रभारी होने के नाते उन्हें भी इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि सूबे के मंत्री मुजफ्फरनगर हिंसा को देश का सबसे बड़ा दंगा करार दे रहे हैं तो सरकार यह बताए कि सबसे बड़े दंगे के दोषियों के खिलाफ वह कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।
भाजपा ने कहा कि सरकार वास्तविक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने से क्यों कतरा रही है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने भी कहा है कि सूबे की सरकार को पहले ही अलर्ट कर दिया गया था लेकिन राज्य सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए अपेक्षित कदम नहीं उठाए। पाठक ने कहा कि केंद्र सरकार भी सिर्फ बयानबाजी करके अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रही है और उसे भी सख्त कदम उठाने चाहिए।
उल्लेखनीय है कि नगर विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम ने अपने एक बयान में कहा था कि गुजरात के बाद मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा देश का सबसे बड़ा दंगा है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 17, 2013, 13:45