Last Updated: Sunday, November 4, 2012, 23:57

छिन्दवाड़ा (मप्र) : सुप्रसिद्ध समाजसेवी एवं नर्मदा बचाओ आन्दोलन की नेता मेघा पाटकर आज यहां छापाखाना क्षेत्र में किसान संघर्ष समिति की नेता आराधना भार्गव के मकान के सामने उस समय सत्याग्रह पर बैठ गई, जब पुलिस ने धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने के कारण उन्हें पेंच डायवर्सन परियोजना में किसानों की जमीन अधिग्रहण का विरोध करने के लिए बाहर निकलने पर गिरफ्तार करने की चेतावनी दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मेघा रविवार सुबह पेंचवेली पैसेंजर ट्रेन से इंदौर से यहां पहुंची। पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर ही उन्हें चौरई तहसील स्थित मौचागोरा गांव में पेंच परियोजना के बांध क्षेत्र के 31 गांवों के लगभग 300 किसानों की जमीन अधिग्रहण मुद्दे पर होने वाले किसान संघर्ष समिति के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन द्वारा लागू निषेधाज्ञा की जानकारी दी तथा उन्हें वहां जाने का प्रयास करने पर गिरफ्तार करने की चेतावनी दी।
मेघा ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वह यहां पारिवारिक काम से आई हैं, इसलिए उन्हें रोका नहीं जाए। उन्होंने यहां किसान संघर्ष समिति की नेता आराधना की माता के निधन पर त्रयोदशा संस्कार का हवाला दिया, जबकि इस प्रदर्शन के संदर्भ में पुलिस कल ही आराधना को हिरासत में ले चुकी थी।
पुलिस अधिकारियों ने मेघा को आराधना के छापाखाना स्थित निवास तक जाने की अनुमति दे दी। मेघा ने वहां पहुंचने के कुछ देर बाद जब परियोजना के विरोध में होने वाले प्रदर्शन के लिए मौचागोरा गांव जाने के लिए निकलीं, तो पुलिस अधिकारियों ने उनसे वहीं चेतावनी दोहराई, जिस पर वह आराधना के मकान परिसर के अगले हिस्से में सत्याग्रह पर बैठ गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि वह प्रदर्शन के लिए जाने का प्रयास करेंगी, तो उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस बीच आधिकारिक तौर पर रविवार शाम यहां बताया गया कि परियोजना का काम शुरू करने के लिए जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने एक पूर्व विधायक की मौजूदगी में बांध का भूमि पूजन कर दिया गया। विरोध के चलते ही यह परियोजना पिछले 20 साल से लंबित है। पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 4, 2012, 23:57