Last Updated: Wednesday, February 13, 2013, 18:43
श्रीनगर : चार दिनों के अंतराल के बाद राज्य में कई मीडिया कार्यालयों के आज कामकाज शुरू करने के बीच जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने कहा कि समाचारपत्रों के प्रकाशन पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई थी बल्कि अखबारों ने स्वयं ही इसे प्रकाशित नही करने का फैसला किया था क्योंकि कर्फ्यू के कारण इसका वितरण संभव नहीं था।
उमर ने माइक्रो ब्लाग ट्विटर पर लिखा, ‘‘ कश्मीर में समाचारपत्रों पर कोई पाबंदी नहीं है। अखबारों ने इसे स्वयं प्रकाशित नहीं करने का फैसला किया क्योंकि कफ्र्यू के कारण वितरण संभव नहीं था।’’ उन्होंने कहा कि अगर अखबारों पर प्रतिबंध लगाया जाता तब यह इंटरनेट संस्करण पर भी लागू होता, जैसा कि नहीं है। इंटरनेट संस्करण लगातार अपडेट किया जा रहा है।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा कि कफ्र्यू हटाये जाने के बाद समाचारपत्रों का प्रकाशन शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘ सवाल प्रकाशन से जुड़ा नहीं है बल्कि वे इसका वितरण नहीं कर पा रहे हैं।’’ उमर ने कहा, ‘‘ जो लोग लगातार सरकारी अंकुश की बात कह रहे हैं, वे इस तरह के आदेश की एक भी प्रति पेश करें।’’ गौरतलब है कि शनिवार को संसद पर हमला मामले में दोषी करार दिये गए अफजल गुरू को फांसी दिये जाने के बाद आज चार दिनों बाद स्टैंडों पर समाचारपत्र दिखे क्योंकि कश्मीर घाटी में कफ्र्यू लगा दिया गया था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 13, 2013, 18:43